संवैधानिक उदारवाद, संवैधानिक लोकतंत्र का अनिवार्य परिणाम नहीं हैः उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश
नई दिल्ली और सोनीपत, भारत,, August 10, 2017 /PRNewswire/ --
प्रमुख बिंदु:
- O.P. Jindal Global University का छठवां वार्षिक दीक्षांत समारोह संपन्न हुआ, 401 छात्रों को स्नातक और परास्नातक कोर्स सफलतापूर्वक पूरे करने के उपलक्ष्य में डिग्रियां प्रदान की गईं।
- Dr. Justice D.Y. Chandrachud, न्यायाधीश, उच्चतम न्यायालय, भारत ने दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए अभिभावकों को लैंगिक भेदभाव न करने के लिए आह्वान किया और महिलाओं के लिए सुरक्षित परिवेश तथा मानसिकता में बदलाव की पैरवी की।
- Rajiv Pratap Rudy, कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री और Ms. Shikha Sharma, प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, Axis Bank द्वारा विशेष सम्बोधन किए गए।
बहुवैषयिक O.P. Jindal Global University (JGU) का छठा वार्षिक दीक्षांत समारोह दिल्ली के सीरी फोर्ट ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया, जिसमें स्नातक करने वाले 401 छात्रों को डिग्रियां, स्वर्ण पदक और पुरस्कार प्रदान किए गए। इस रंगारंग आयोजन में, जो कि यूनिवर्सिटी के संस्थापक-दिवस का भी समारोह था, Dr. Justice D.Y. Chandrachud, न्यायाधीश, उच्चतम न्यायालय, भारत , Mr. Rajiv Pratap Rudy, कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री और Ms. Shikha Sharma, प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, Axis Bank द्वारा 2000 से अधिक छात्रों, अभिभावकों और फैकल्टी सदस्यों के जनसमूह को संबोधित किया गया।
इस अवसर पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए Dr. Justice D.Y. Chandrachud, न्यायाधीश, उच्चतम न्यायालय, भारत ने जोर देकर कहा कि बच्चों का लैंगिक भेदभाव रहित पालन-पोषण और संवेदीकरण, समय की मांग है। उन्होंने कहा कि, "हालांकि हमने बीते कुछ वर्षों में इस दिशा में काफी प्रगति की है, लेकिन शायद अब हमारे लिए समय आ गया है कि हम इस पर विचार करें कि आखिर महिलाओं के विरूद्ध हिंसक अपराध कम क्यों नहीं हो रहे हैं। ऐसे सुरक्षित परिवेश बनाने का प्रयास करना होगा जहां महिलाएं, सार्वजनिक जीवन में कंधे से कंधा मिलाकर भागीदारी कर सकें। कार्यस्थलों को अधिक सुरक्षित तथा सार्वजनिक परिवहन को अधिक सुगम्य बनाने के लिए उपाय करने आवश्यक हैं। मेरे विचार में, हमें अपनी मानसिकता में बदलाव करने की ज़रूरत है। बच्चों का लैंगिक भेदभाव रहित पालन-पोषण और संवेदीकरण, समय की मांग है और मुझे उम्मीद है कि आपकी पीढ़ी यह अपेक्षित परिवर्तन ला सकेगी।"
लोकतांत्रिक प्रणालियों में स्वतंत्रता और समानता के महत्त्व पर बल देते हुए Dr. Justice D. Y. Chandrachud ने कहा कि, "उदारवाद, हमारे मानवीय अंतरों को स्वीकार करने तथा लोकतांत्रिक संस्थाओं के माध्यम से उनके समाधान की क्षमता की मांग करता है। यह अनेक, कदाचित असंगत सच्चाईयों को स्वीकार करने की मांग करता है। कृपया याद रखें कि संवैधानिक उदारवाद, संवैधानिक लोकतंत्र का अनिवार्य परिणाम नहीं है। लोकतंत्र सत्ता के संचय, बहुमत आधारित सत्ता पर टिका है। उदारवाद सत्ता के विकेंद्रीकरण पर आधारित है।"
स्नातक करने वाले छात्रों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि, "आपसे पहले O.P. Jindal Global University के छात्रों ने अपनी विशेष प्रतिष्ठा कायम की है। मेरे कुछ सर्वश्रेष्ठ इंटर्न Jindal Global Law School से रहे हैं। अक्सर अंतरवैषयिक परिवर्तनों के साथ यूनिवर्सिटी अखंड शिक्षण विधि का पालन करती है और आपने सम्पूर्ण शिक्षा तथा सचमुच वैश्विक अनुभव यहां प्राप्त किए हैं। आपके उज्ज्वल भविष्य की मैं शुभकामना करता हूं।"
दीक्षांत समारोह में प्रमुख सम्बोधन करते हुए Mr. Rajiv Pratap Rudy, कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री, भारत सरकार ने कहा कि, "हमारे शैक्षिक लक्ष्यों को विविध उद्योगों की आधुनिक ज़रूरतों से जोड़ना होगा ताकि स्थानीय और वैश्विक सामाजिक जिम्मेदारियों और भावी रोजगारपरकता के लिए स्नातकों को आवश्यक कुशलताओं से लैस करते हुए हमारी विविधतापूर्ण अर्थव्यवस्था की ज़रूरतें पूरी की जा सकें। भारत के निर्माता, 'मेक इन इंडिया' को साकार करेंगे, निर्माताओं की कुशलता और दक्षता ही इन कार्यक्रमों की सफलता सुनिश्चित बनाएगी।"
उन्होंने आगे कहा कि, "आज इस यूनिवर्सिटी के सभी स्नातकों को मैं तहेदिल से बधाईयां और शुभकामनाएं देता हूं और भारत व मानवता की सेवा के लिए O.P. Jindal Global University के शिक्षकों व मार्गदर्शकों द्वारा किए गए इस योगदान हेतु उनका हार्दिक धन्यवाद करता हूं।"
इस अवसर पर अपने विचार प्रकट करते हुए, Ms. Shikha Sharma, एमडी और सीईओ, Axis Bank ने कहा कि, "आज के दौर में, लोगों के पेशेवर लक्ष्यों तथा उनके आंतरिक लक्ष्यों के बीच स्पष्टता का अभाव अभूतपूर्व रूप से बढ़ गया है। युवाओं को समझना होगा कि आंतरिक लक्ष्य वे होते हैं जो आपके चरित्र और नियति को निर्धारित करते हैं। आपके कैरियर के सफर में, आगे चलकर आप खुद को अनेक असुविधाजनक और दुविधाभरी स्थितियों में घिरा पा सकते हैं। इनसे निकलने के लिए अडिग साहस की ज़रूरत होगी और हालांकि उनसे पार पाना असंभव प्रतीत हो सकता है, लेकिन आपकी 'अंतरात्मा की आवाज़' आपको कभी नाकाम नहीं होने देगी। इसका भलीभांति अभ्यास करें।"
छात्रों को सम्बोधित करते हुए, JGU के चांसलर, Mr. Naveen Jindal, ने युवाओं का आह्वान किया कि वे अपने सपनों का भारत बनाने के लिए सजग होकर प्रयास करें। उन्होंने कहा कि, "जिंदल की विरासत से जुड़ा होने के नाते मैं आप में से प्रत्येक को जो कि 2017 की कक्षा में रहा है, प्रेरित करता हूं और जिम्मेदारी सौंपता हूं कि अपने जीवन का कुछ समय और ऊर्जा समाज में बदलाव लाने में अवश्य लगाएं, ताकि उन लोगों को सशक्त बनाया जा सके जिन्हें इसके लिए मदद की, किसी के सहारे की, किसी के थोड़े प्रोत्साहन की ज़रूरत है। आपके आस-पास होने वाली घटनाओं में अपनी जिम्मेदारियों को लेकर सदैव संवेदनशील रहें और बदलाव लाने में अपना योगदान करें। अपने सपनों का भारत बनाने के लिए आपको खुद से पहल करनी ही होगी।"
उन्होंने आगे कहा कि, "जिज्ञासा की भावना और साहस की प्रेरणा आपके हर समय के साथी होने चाहिए। खुद को सर्वज्ञानी मानते हुए अनायास गलतियां मत करें। जीवन आपके समक्ष हर कदम पर चुनौती पेश करेगा और आपने यहां जो कुछ भी सीखा है, उसके अलावा अभी बहुत कुछ आपको सीखने के लिए वास्तविक दुनिया में मिलेगा।"
इस अवसर पर बोलते हुए, Professor (Dr.) C. Raj Kumar, संस्थापक वाइस चांसलर ने भारत में गुणवत्तापरक उच्चतर शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में JGU के प्रयासों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि, "अकादमिक स्वतंत्रता और संस्थागत उत्कृष्टता की प्रेरणा के सिद्धांत JGU के संस्थान विकास प्रयासों के आधार में रहे हैं। 'लोक सेवा को बढ़ावा देने वाली एक निजी यूनिवर्सिटी बनना', शुरुआत से ही हमारा मिशन रहा है। लोक सेवा और राष्ट्रीय प्रगति के लिए प्रतिबद्ध संस्थान के रूप में JGU, लोक सेवा के लिए अपनी प्रतिबद्धता पूरी करने और भारत में उच्चतर शिक्षा क्षेत्र में कुछ बड़ी चुनौतियों के समाधान के लिए गंभीरतापूर्वक सजग है।"
उन्होंने आगे कहा कि, "पिछले आठ वर्षों में हमने उल्लेखनीय प्रगति की है और मैं छात्रों, फैकल्टी सदस्यों, कर्मचारियों, और पूरे JGU समुदाय को आश्वस्त करना चाहूंगा कि हम उच्चतर शिक्षा में गुणवत्ता, सुगम्यता, समानता, पारदर्शिता और जवाबदेही के मुद्दों के समाधान हेतु अपने प्रयास निरंतर बढ़ाते रहेंगे।"
Professor Kumar ने महिला फैकल्टी तथा प्रमुख पदों पर उनकी भूमिका को बढ़ावा देने के लिए भी JGU की प्रतिबद्धता का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि, "फैकल्टी और प्रमुख पदों पर महिलाओं की भूमिका को बढ़ावा देने की JGU की प्रतिबद्धता इस तथ्य में झलकती है कि लगभग 45 प्रतिशत पूर्णकालिक फैकल्टी सदस्य महिलाएं हैं, हमारे स्कूलों में लगभग 40 प्रतिशत महिला फैकल्टी सदस्य प्रमुख पदों पर हैं, और लगभग 42 प्रतिशत विद्यार्थी छात्राएं हैं।"
सम्मानित अतिथियों और गणमान्य व्यक्तियों ने दूरदृष्टा लीडर और मानवतावादी Mr. O.P. Jindal जिनकी स्मृति में JGU की स्थापना की गई है, के 87वें जन्मदिवस के अवसर पर उन्हें श्रद्धासुमन भी अर्पित किए।
इस दीक्षांत समारोह में उद्योग जगत तथा अकादमिक जगत के प्रमुख गणमान्य लोगों ने भाग लिया, जिनमें भूतपूर्व कानून मंत्री Mr. Shanti Bhushan, हिमाचल उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मद्रास और कर्नाटक उच्च न्यायालयों के न्यायाधीश तथा अन्य वरिष्ठ वकील सम्मिलित थे।
स्नातक उत्तीर्ण करने वाले छात्रों, उनके फैकल्टी सदस्यों और माता-पिता में गर्व और उल्लास की अनुभूति दर्शनीय रही।
O.P. Jindal Global University के बारे में:
JGU, Haryana Private Universities (द्वितीय संशोधन) अधिनियम, 2009 के तहत स्थापित एक अलाभकारी ग्लोबल यूनिवर्सिटी है। JGU को Mr. O.P. Jindal की स्मृति में एक मानवतावादी प्रयास के रूप में Mr. Naveen Jindal, संस्थापक चांसलर द्वारा स्थापित किया गया। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने O.P. Jindal Global University को मान्यता प्रदान की है। वैश्विक कोर्स, वैश्विक प्रोग्राम, वैश्विक पाठ्यक्रम, वैश्विक शोध, वैश्विक सहयोग, और वैश्विक मेलजोल को वैश्विक फैकल्टी के माध्यम से बढ़ावा देना JGU का विजन है। JGU राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में 80 एकड़ के अत्याधुनिक आवासीय परिसर में स्थित है। JGU एशिया के ऐसे चुनिंदा विश्वविद्यालयों में शामिल है जिन्होंने 1:15 फैकल्टी-छात्र अनुपात बनाया हुआ है और विश्व के विभिन्न भागों से असाधारण अकादमिक उत्कृष्टता और अनुभव वाले फैकल्टी सदस्यों को नियुक्त किया है। JGU ने 6 स्कूल स्थापित किए हैं: Jindal Global Law School, Jindal Global Business School, Jindal School of International Affairs, Jindal School of Government and Public Policy, Jindal School of Liberal Arts & Humanities and Jindal School of Journalism and Communication.
अधिक जानकारी के लिए कृपया देखें http://www.jgu.edu.in
मीडिया संपर्क:
Kakul Rizvi
Additional Director
Communications and Public Affairs
O.P. Jindal Global University
[email protected]
+91-8396907273
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