Jamnalal Bajaj Institute of Management Studies (JBIMS) ने पहली बार Smt. Jyoti Dwivedi मेमोरियल स्कॉलरशिप पुरस्कारों की घोषणा की
मुम्बई, February 5, 2019 /PRNewswire/ --
इस स्कॉलरशिप का लक्ष्य प्रतिभाशाली किन्तु ज़रूरतमंद छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद करना है
Jamnalal Bajaj Institute of Management Studies (JBIMS), जो कि भारत का एक प्रीमियर बिजनेस स्कूल है, ने सुयोग्य और वित्तीय रूप से कमज़ोर छात्रों को उनकी उच्चतर शिक्षा में आर्थिक सहायता के लिए एक वार्षिक छात्रवृत्ति (स्कॉलरशिप) प्रोग्राम शुरू करने की घोषणा की है।
(Photo: https://mma.prnewswire.com/media/816709/JBIMS_Scholarship_Awards.jpg )
2019 से प्रत्येक वर्ष दो M.M.S. छात्रों को Smt. Jyoti Dwivedi मेमोरियल स्कॉलरशिप पुरस्कार के अंतर्गत रू. 100,000 प्रत्येक को दिए जाएंगे। ये स्कॉलरशिप, प्रथम वर्ष में छात्रों द्वारा प्राप्त किए गए अंकों तथा उनके परिवार की आर्थिक स्थिति के आधार पर दूसरे वर्ष में उनके शैक्षिक शुल्क के खर्च पूरे करने के लिए प्रदान की जाएगी।
स्कॉलरशिप की यह राशि JBIMS को JBIMS के 1993 बैच के Nimish Dwivedi द्वारा प्रदान की गई है।
इस अवसर पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए Dr. Kavita Laghate, निदेशक, JBIMS ने कहा कि, "स्कॉलरशिप के माध्यम से प्रतिभाशाली छात्रों को दिए जाने वाले सहयोग हेतु JBIMS हमारे भूतपूर्व छात्र, Mr. Nimish Dwivedi का बहुत आभारी है। मुझे विश्वास है कि इस पुरस्कार द्वारा छात्र निश्चित रूप से प्रोत्साहित होंगे और भविष्य में अधिकाधिक उपलब्धियां हासिल करने के लिए कठिन प्रयास करेंगे।"
Nimish Dwivedi, उपभोक्ता मार्केटिंग और वित्तीय सेवा क्षेत्र के अनुभवी व्यक्ति हैं जिन्होंने भारत, जापान, हांगकांग, सिंगापुर, दुबई में रहकर काम किया है और अब वियतनाम में रहते हैं, उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में बताया कि, "मेरी स्वर्गीय माताजी की पुण्यस्मृति में यह स्कॉलरशिप स्थापित करने के लिए मैं डॉयरेक्टर तथा अपने बिजनेस स्कूल का कृतज्ञ हूं। मैं अपने वर्तमान कैरियर तथा सफलताओं का श्रेय JBIMS को देता हूं। मैं केवल इसी वजह से JBIMS में शिक्षा प्राप्त कर सका था क्योंकि मेरी स्वर्गीय माताजी का उच्च शिक्षा की शक्ति में दृढ़ विश्वास था और वे उन्नीस सौ साठ के दशक में गुजरात में अपने गृहनगर से स्नातक करने वाली प्रथम महिला थीं।"
इस वर्ष यह स्कॉलरशिप Rutuja Dharkar और Bhimsingh Rajpurohit को प्रदान की गई है।
Rutuja Dharkar नासिक से हैं और उन्होंने इंजीनियरिंग करने के साथ JBIMS में इस रूढ़ि को तोड़ने के दृढ़ संकल्प के साथ प्रवेश लिया कि छोटे शहरों की लड़कियां, कंपनी जगत के लिए नहीं होतीं, और उन्होंने यह साबित किया है कि महिलाएं समान रूप से सक्षम होती हैं।
Bhimsingh Rajpurohit के दस लोगों के परिवार में वे आठ भाई-बहन हैं। उन्होंने इस दृढ़ संकल्प के साथ अपनी इंजीनियरिंग पूरी करने के साथ JBIMS में दाखिला लिया कि 'अगर आप कठिनाईयों के दौर से गुज़र रहे हों, तो चलते रहें और अपने कदमों को हरगिज रूकने न दें।'
JBIMS के बारे में:
1965 में स्थापित संस्थान JBIMS प्रबंधन की शिक्षा में अद्वितीय माना जाता है क्योंकि यह स्थानीय आधार पर मज़बूती से खड़ा है और भारतीय मूल्यों को समाविष्ट करने में सक्षम है। आधुनिक युग में जहां वैश्वीकरण और उदारीकरण चर्चित शब्द हैं, वहीं इस संस्थान ने अपने आधारभूत मूल्यों को बरकरार रखते हुए उभरती चुनौतियों, रूझानों, और अवसरों से तालमेल कायम किया है जो नई आर्थिक व्यवस्था में एक अनिवार्यता है। संस्थान का विश्वास है कि समुचित प्रबंधकीय दृष्टिकोण, उत्कृष्टता की खोज और दक्ष प्रबंधकीय कार्यवाही ऐसे व्यक्ति द्वारा संभव है जिसकी प्रबंधकीय क्षमताएं MMS कोर्स में प्रदान किए गए ज्ञान, कौशलों, और दृष्टिकोणों के माध्यम से उच्च संसाधनपूर्ण, समृद्ध, और प्रेरित मस्तिष्क में विकसित हुई हों। अधिक जानकारी के लिए: http://jbims.edu/ पर विजिट करें।
मीडिया पूछताछ के लिए, कृपया संपर्क करें:
Omkar Rudrawar
Alumni Committee, JBIMS
E: [email protected]
M: +91-7620934560
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