मुम्बई, December 1, 2017 /PRNewswire/ --
India Pharma Week के तत्वावधान में UBM India द्वारा आयोजित एक विशिष्ट सम्मेलन
प्रख्यात India Pharma Week - विश्व का अग्रणी फार्मास्युटिकल नेटवर्किंग ईवेंट और UBM India की एक पहल, जो UBM के प्रमुख व्यावसायिक मंच, CPhI & P-MEC के एक दशक पूरा करने का जश्न मनाते हुये गत वर्ष शुरू किया गया - के दूसरे संस्करण में इस ईवेंट की सर्वाधिक प्रेरक तथा सबसे शानदार पहलों में से एक 'वीमेन इन फार्मा: एस्पायर, लीड, इंस्पायर' प्रस्तुत की गई।
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समारोह में फार्मास्युटिकल तथा बायोफार्मास्युटिकल उद्योग में वरिष्ठ-प्रबंधन स्तर पर कार्यरत, कुछ सबसे लोकप्रिय महिला लीडर्स, महिला उद्यमी तथा सलाहकारों ने शिरकत की और इस उद्योग में महिलाओं द्वारा किये गये महत्वपूर्ण योगदान की सराहना करते हुये अपनी प्रेरक कहानियाँ, अनुभव तथा ज्ञान उपस्थित लोगों के साथ साझा किये। गत वर्ष मिली शानदार प्रतिक्रिया से प्रोत्साहित होकर इस बार अपने दूसरे संस्करण में 'वीमेन इन फार्मा' एक और भी विस्तृत तथा व्यापक एजेंडा के साथ आया, जिसमें उद्योग के वरिष्ठ पुरुष लीडर्स को शामिल करते हुये सोच-समझ कर चर्चायें छेड़ना भी शामिल था।
चूँकि, कई वैश्विक अध्ययन इस बात की ओर संकेत करते हैं, कि किसी भी कारोबार में लैंगिक विविधता (महिलाओं तथा पुरुषों समान रूप से मौज़ूदगी तथा भागीदारी) संगठन के दीर्घावधि लक्ष्यों को हासिल करके कारोबार की स्थिरता तथा चिरस्थायित्व बढ़ाती है, इसलिये विभिन्न संगठन दोनों ही लिंगों को समान रूप से शामिल करते हुये, एक मिला-जुला कार्यबल तैयार करने में अपनी कोशिशें लगा रहे हैं, जिसमें महिलाओं को नेतृत्व वाली भूमिकायें देने पर खास ध्यान दिया जा रहा है। वीमेन इन बिजनेसेस 2017 पर Grant Thornton की ग्लोबल सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, नेतृत्व वाली भूमिकाओं पर महिलाओं के मामले में भारत नीचे से तीसरे स्थान पर है। यह सर्वे, जो कि विश्व भर की 36 अर्थव्यवस्थाओं में 5,500 कारोबारों को लेकर किया गया, यह भी दर्शाता है, कि 41 प्रतिशत भारतीय कारोबारों में नेतृत्व वाली भूमिकाओं में महिलायें हैं ही नहीं। फार्मास्युटिकल उद्योग में महिला कार्यकारी निदेशिकाओं की संख्या केवल 7.69% है। हालांकि, बोर्ड प्रतिनिधित्व पर SEBI के नवीनतम दिशा-निर्देशों के चलते और बदलाव लाने को अभिप्रेरित महिलाओं की भारी संख्या के साथ अब ये आँकड़े धीरे-धीरे बदल रहे हैं।
UBM plc की CFO Marina Wyatt का कहना है: '‘कार्यालयों में जेंडर सेंसिटाइज़ेशन तथा विविधता (स्त्री-पुरुष दोनों की समान रूप से मौज़ूदगी) अब 'क्यों' की बजाय 'कैसे' के दायरे में आ चुके हैं, कि कैसे ऐसी प्रणालियॉं तथा संरचनायें तैयार की जायें, कि काम की जगह पर इन्हें बढ़ावा दिया जा सके। इसी तरह, अब आज की डिजिटल दुनिया में 'वर्क-लाइफ' बैलेंस (सन्तुलन) पर उतना ज़ोर नहीं रह गया है, जितना कि वर्क-लाइफ ब्लैंड (मिश्रण) पर और ऐसा कर पाने के अवसरों पर - जहाँ आप अपनी दोनों जिन्दगियों, पर्सनल तथा प्रोफेश्नल, की भूमिकाओं को एक साथ निभा सकें, जहाँ पर्सनल तथा प्रोफेश्नल एक-दूसरे में मिलें और एक-दूसरे को बेहतर बनाते हों। हमने विश्व के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह के मंच पेश किये हैं, जैसे इंजीनियरिंग में महिलायें, क्र्यूज़ में महिलायें, टेक्नोलॉजी में महिलायें, इत्यादि।
इन्होंने आगे कहा, '‘इस 'पाइपलाइन' में हम जो देख रहे हैं, वह ये, कि प्रवेश के स्तर (एंट्री लेवल) पर तो महिला तथा पुरुषों की नियुक्ति में ज़्यादा अन्तर नहीं है, लेकिल धीरे-धीरे जैसे-जैसे वरिष्ठता का स्तर बढ़ता जाता है, वैसे-वैसे ही जेंडर गैप भी बढ़ता जाता है। UBM plc में हम बिल्कुल बुनियादी स्तर से ही जेंडर संबंधी मुद्दों को लेकर काफी सक्रिय हैं और जिन कुछ प्रमुख विषयों पर हम ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, वे हैं 'रिक्र्यूटमेंट', 'डेवलपमेंट' तथा 'कॉम्पेन्सेशन' और इन्हें हम संबद्ध टीमों के KPIs से जोड़ रहे हैं।
उद्योग के कुछ सर्वोच्च प्रोफेश्नल्स, जो बाय-इन्विटेशन ओनली इंटरेक्शन का हिस्सा थे, में नीति आयोग की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी, योजना आयोग, भारत सरकार की पूर्व सचिव; Sindhushree Khullar, Dow Chemical International Pvt. Ltd. के फार्मा, फूड तथा मेडीकल की बिजनेस प्रमुख (दक्षिण एशिया) तथा Savindu Kudrigikar; Sanofi की वरिष्ठ निदेशिका - कम्यूनिकेशंस तथा CSR (भारत तथा दक्षिण एशिया) Aparna Thomas; एबॉट, एस्टैब्लिश्ड फार्मास्युटिकल्स, की क्षेत्रीय मानव संसाधन निदेशिका, Deepshikha Mukerji; मर्क में गवर्नैंस तथा स्ट्रैटेजी मर्क कंज़्यूमर हेल्थ (CH) निदेशिका - R&D पोर्टफोलियो, Pratima Reddy; GlaxoSmithKline Pharmaceuticals Ltd. में HRBL - Global Manufacturing & Supply (GMS), दक्षिण एशिया, Rajiv Oza, ल्यूपिन लिमिटेड में प्रेज़ीडेंट - पोर्टफोलियो तथा लीगल, Dr. Sofia Mumtaz, Metropolis Healthcare Ltd. की प्रमोटर तथा प्रबंध निदेशिका, Ameera Shah और ऑर्गेनाइज़ेशन ऑफ़ फार्मास्युटिकल प्रोड्यूज़र्स ऑफ़ इंडिया की महानिदेशिका Kanchana TK शामिल थे। साथ ही, कॉर्पोरेट ट्रेनर तथा स्टैंड-अप कॉमेडियन Vasu Primlani की एक इंस्पिरेश्नल टॉक भी इसका हिस्सा रही।
'वीमेन इन फार्मा: एस्पायर, लीड, इंस्पायर' के अवसर पर UBM इंडिया के प्रबंध निदेशक, Mr. Yogesh Mudras ने कहा, '‘विविधता तथा समावेश, खासतौर से लिंग विविधता आज कार्यस्थल का एक स्वीकृत सिद्धांत है, लेकिन दुर्भाग्य से अब भी पूरी तरह से अमल में नहीं लाया जा रहा। 'वीमेन इन फार्मा कॉन्फ्रेंस' को India Pharma Week का एक अभिन्न हिस्सा बनाने का मुख्य कारण फार्मा क्षेत्र में महिला लीडर्स की कमी के मुख्य मुद्दों को उठाना और उन्हें संबोधित करना है। 25,000 से भी अधिक कम्पनियों के साथ, भारत में फार्मास्युटिकल्स क्षेत्र में चढ़ाव को देखते हुये इस क्षेत्र में महिलाओं के लिये, नेतृत्व वाले पदों पर तथा अन्यथा भी नौकरियों की भारी संभावना है। हालांकि, स्किल इंडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जहाँ एक ओर फार्मा तथा हेल्थकेयर क्षेत्रों में वर्तमान उद्योग-वार नियुक्ति लक्ष्य 38.67 प्रतिशत का है, वहीं इस क्षेत्र में महिलाओं की कुल नियोजनीयता (एम्प्लॉयबिलिटी) केवल लगभग 28.28 प्रतिशत ही है।'’
इन्होंने आगे कहा, '‘स्पष्ट लाभों के बावज़ूद अधिकांश क्षेत्र योग्यता-प्राप्त महिलाओं की नियुक्ति करने, उन्हें संगठन में बनाये रखने और तरक्की देने में असफल हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में महत्वपूर्ण बदलाव केवल जागरूकता तथा शिक्षा के प्रसार और सकारात्मक रवैया अपनाने से ही आ सकता है। महिला लीडर्स तथा उनके पुरुष सहकर्मियों (काउंटरपार्ट्स) को चाहिये, कि वे अपने अनुभव साझा करें और अन्य महिलाओं को भी नेतृत्व करने हेतु प्रोत्साहन तथा प्रेरणा दें और 'वीमेन इन फार्मा' जैसा मंच इसी उद्धेश्य को पूरा करता है।'’
UBM India के बारे में:
UBM India, भारत में अग्रणी एग्जिबिशन आर्गनाइजर (प्रदर्शनी आयोजनकर्ता) है जो उद्योग जगत को ऐसे प्लेटफार्म उपलब्ध कराती है जो प्रदर्शनियों, विषयवस्तु आधारित सम्मेलनों और सेमिनारों के पोर्टफोलियो के माध्यम से दुनिया भर के खरीदारों व विक्रेताओं को एक मंच पर लाते हैं। UBM India पूरे देश में हर साल बड़े पैमाने की 25 से अधिक प्रदर्शनियां और 40 कॉन्फ्रेन्स आयोजित करते हुए; उद्योग जगत के विविध क्षेत्रों के बीच व्यापार को बढ़ावा देती है। UBM Asia कंपनी UBM India के कार्यालय मुम्बई, नई दिल्ली, बंगलौर और चेन्नई में स्थित हैं। UBM Asia का स्वामित्व UBM plc के पास है जो लंदन स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध है। UBM Asia, एशिया में अग्रणी प्रदर्शनी आयोजनकर्ता है और मुख्यभूमि चीन, भारत व मलेशिया में सबसे बड़ी वाणिज्यिक आयोजक है।
UBM plc के बारे में:
UBM plc दुनिया की सबसे बड़ी प्योर-प्ले B2B इवेंट्स आर्गनाइज़र कंपनी है। बढ़ते डिजिटल प्रचलन वाली दुनिया में सार्थक मानवीय संपर्क अभूतपूर्व महत्त्वपूर्ण बन गया है। औद्योगिक क्षेत्रों के बारे में हमारे गहन ज्ञान और प्रेरणाओं के साथ UBM के माध्यम से हम ऐसे मूल्यवान अनुभव सृजित करने के लिए तत्पर रहते हैं जहां लोग सफलता प्राप्त कर सकें। हमारे कार्यक्रमों के माध्यम से लोग रिश्ते विकसित करते, सौदे संपन्न करते और अपने कारोबार बढ़ाते हैं। 20 से अधिक देशों में हमारे 3,750 से अधिक कर्मचारी फैशन से लेकर फार्मास्यूटिकल इन्ग्रेडिएंट्स तक 50 विभिन्न सेक्टरों में अपनी सेवाएं देते हैं। ये विश्वस्तरीय नेटवर्क, कुशल, प्रेरित लोग और बाज़ार-अग्रणी आयोजन, कारोबारियों को उनकी महत्त्वाकांक्षाएं पूरी करने के लिए शानदार अवसर उपलब्ध कराते हैं।
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