THE World Rankings 2023: Shoolini University को भारत में निजी यूनिवर्सिटीज के बीच पहला स्थान दिया गया
104 देशों में शीर्ष 351-400 यूनिवर्सिटीज में शामिल इसका देश में भी समग्र रूप में दूसरा स्थान है जो केवल Indian Institute of Science (IISc) बेंगलुरू से पीछे है। उद्धरणो के लिए इसे विश्व में 39 वां स्थान भी प्रदान किया गया है।
सोलन, भारत, 14 अक्टूबर 2022 /PRNewswire/ -- अनुसंधान, अकादमिक उत्कृष्टता और ज्ञान हस्तांतरण में अनुकरणीय वैश्विक मानक स्थापित करने के लिए इतिहास रचते हुए, हिमाचल प्रदेश में स्थित Shoolini University को प्रतिष्ठित Times Higher Education (THE) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स में 2023 के लिए भारत में निजी यूनिवर्सिटीज में नंबर 1 के रूप में रैंक किया गया है। इसके अलावा, यूनिवर्सिटी को विश्व में समग्र में 351-400 में, तथा उद्धरणों पर THE रैंकिंग्स में विश्व में 39वां स्थान भी प्रदान किया गया है, जो कि अनुसंधान की गुणवत्ता का प्रतीक है।
2009 में स्थापित Shoolini University एक नवप्रवर्तक, अनुसंधान-केंद्रित यूनिवर्सिटी है जो कि भारत की एक अग्रणी बहुवैषयिक यूनिवर्सिटी के रूप में उभर रही है और इसे विविध अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय रैंकिंग एजेंसियों द्वारा शीर्ष रैंकिंग्स में शामिल किया जाता रहा है। इसे वैश्विक स्तर पर 351-400 के वर्ग में रैंक किया गया है, जिससे आगे केवल Indian Institute of Science (IISc) है। यूनिवर्सिटी को इस वर्ग में JSS Academy of Higher Education and Research, बेंगलुरू के साथ शामिल किया गया है जो कि एक डीम्ड यूनिवर्सिटी है।
एक विस्तृत और कठिन आकलन प्रक्रिया पर आधारित दी वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग को विश्व में सबसे बड़ी और सबसे प्रतिष्ठित रैंकिंग माना जाता है जो अंतर्राष्ट्रीय छात्रों और यूनिवर्सिटीज को उच्चतर शिक्षा हेतु सही अभ्यर्थी और संस्थान चुनने में मदद करते हुए उनके लिए एक मूल्यवान संसाधन के रूप में काम करती है।
इस उपलब्धि को राष्ट्रीय गौरव का विषय बताते हुए Shoolini University के चांसलर और संस्थापक Prof P K Khosla ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि, "यह रैंकिंग, हमें उच्चतर शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में विश्व के एक सर्वोत्तम संस्थान के रूप में मान्यता हेतु सक्षम बनाती है। शिक्षण और अनुसंधान में नए मानदंड स्थापित करने के लिए हमारी फैकल्टी द्वारा किए गए अथक प्रयासों का यह सामूहिक परिणाम है। अत्याधुनिक बुनियादी सुविधाओं, उत्कृष्ट अनुसंधान, उच्च सक्षम फैकल्टी, बेजोड़ औद्योगिक संपर्क, उल्लेखनीय अंतर्राष्ट्रीय गठबंधनों, और एक बेमिसाल प्लेसमेन्ट रिकार्ड के साथ बहुवैषयिक शिक्षा विधियों से प्रेरित, 2026 तक शीर्ष 200 वैश्विक यूनिवर्सिटीज में शामिल होना हमारा लक्ष्य है।"
जहां Shoolini University ने एक अग्रणी अनुसंधान-केंद्रित अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठित संस्थान के रूप में 13 वर्षों का एक उल्लेखनीय सफ़र पूरा किया है, वहीं अब यह विविध विषयों जैसे कि मैनेजमेन्ट, फार्मास्यूटिकल साइंसेज, एग्रीकल्चर, बेसिक और अप्लाइड साइंसेज, कंप्यूटर साइंसेज, मास कम्युनिकेशन, इंजीनियरिंग और लॉ में अपनी विशेष पहचान बना रही है।
इस महत्त्वपूर्ण उपलब्धि के विषय में अपनी प्रतिक्रिया में Shoolini University के वाइस-चांसलर और सह-संस्थापक Prof Atul Khosla ने कहा कि, "दी वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स में 351-400 वैश्विक रैंकिंग में स्थान प्राप्त करने और भारत की शीर्ष निजी यूनिवर्सिटी और सभी निजी व सार्वजनिक संस्थानों में द्वितीय सर्वोत्तम होने के साथ, हमारे यहां अध्ययन, शिक्षण और अनुसंधान के लिए सर्वोत्तम प्रतिभाओं को आकर्षित करने के लिए हम तत्पर हैं। यह अकादमिक और उद्योग जगत में अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू साझेदारियों की नई संभावनाओं के द्वार खोलता है।"
इस दिशा में एक निर्णायक कदम उठाते हुए Shoolini University ने दक्षिण कोरिया, UK, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, ताइवान और USA में प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय यूनिवर्सिटीज से 250 से भी अधिक गठबंधन किए हैं। विश्वस्तरीय वैश्विक यूनिवर्सिटीज से ये गठबंधन, इनके छात्रों और फैकल्टी को वैश्विक संपर्क के माध्यम से अत्याधुनिक तकनीक के मामले में अग्रणी रहने में सक्षम बनाते हैं। यह उल्लेखनीय है कि यूनिवर्सिटी के 70% से अधिक अनुसंधान अंतर्राष्ट्रीय यूनिवर्सिटीज के सहयोग से किए जाते हैं और इसके 38.9% प्रकाशन विश्व के शीर्ष 10% जर्नल्स में शामिल हैं।
THE वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग को Shoolini University के लिए एक नया और रोमांचक अध्याय बताते हुए प्रो चांसलर और सह-संस्थापक Vishal Anand ने कहा कि, "हम नवप्रवर्तन आधारित कैम्पस हैं जहां हमारे छात्रों को विशेष पहचान बनाने में मदद के लिए महान विचारों को प्रोत्साहन दिया जाता है और लीक से हटकर सोच को प्रेरित किया जाता है। हम शिक्षा के आयाम नए सिरे से परिष्कृत करते हुए इसे नए उच्च स्तर पर ले जाने तथा उत्कृष्टता की भावना प्रेरित करने के दूरदर्शी नज़रिए के साथ कार्य करते हैं।"
अपने अद्वितीय अनुसंधान और शिक्षण मॉडलों के लिए विख्यात, Shoolini University, धारणीयता और नवीकरणीय ऊर्जा से लेकर बायो-मॉलेक्यूल्स, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अनुप्रयोगों तक विविध फोकस क्षेत्रों में अनुसंधान में अग्रणी बनकर उभरी है। दी इम्पैक्ट रैंकिंग्स, जो कि UN के धारणीयता संबंधी लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में संस्थानों द्वारा उत्पन्न किए गए प्रभाव का मापन करती है, ने Shoolini University को SDG 7 (स्वच्छ ऊर्जा) के लिए विश्व में दूसरा और SDG (स्वच्छ जल) के लिए छठा स्थान प्रदान किया है।
दी वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स 2023 में उद्धरणों में Shoolini की 39 वीं वैश्विक रैंक के विषय में अपने विचार व्यक्त करते हुए, Shoolini में नवप्रवर्तन और प्रौद्योगिकी के प्रेसिडेंट, Ashish Khosla ने कहा कि, "हमने अनुसंधान और नवप्रवर्तन का एक फलता-फूलता परिवेश विकसित किया है, और अब तक 1,100 से भी अधिक पेटेन्ट दाखिल किए जा चुके हैं, जो कि भारत में एक सबसे बड़ी संख्या है। हम भारत की ऐसी गिनी-चुनी यूनिवर्सिटीज में भी शामिल हैं, जो छात्रों को अनुसंधान करने और पेटेन्ट दाखिल करने के लिए सक्रिय रूप से मार्गदर्शन और प्रोत्साहन प्रदान करती हैं। कई आधारभूत पाठ्यक्रमों में यूनिवर्सिटी का 100% प्लेसमेन्ट रिकार्ड भी रहा है और शीर्षस्तरीय बहुराष्ट्रीय और प्रमुख भारतीय कंपनियों में यहां के छात्रों के 3,000 से भी अधिक प्लेसमेन्ट हुए हैं।"
Shoolini University के बारे में:
2009 में स्थापित, Shoolini University of Biotechnology and Management Sciences (शूलिनी यूनिवर्सिटी ऑफ बायोटेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट साइंसेज) एक अनुसंधान प्रेरित, निजी यूनिवर्सिटी है जिसे UGC से पूरी मान्यता प्राप्त है। यह भारत की एक प्रमुख यूनिवर्सिटी है जो नवप्रवर्तन पर अपने फोकस, क्वॉलिटी प्लेसमेंट और विश्व स्तरीय फैकल्टी के लिए प्रसिद्ध है। हिमालय के निचले भाग में स्थित, इस यूनिवर्सिटी को NAAC से मान्यता प्राप्त है और इसे NIRF द्वारा रैंक किया गया है।
फोटो: https://mma.prnewswire.com/media/1919465/Shoolini University.jpg
लोगो: https://mma.prnewswire.com/media/792680/Shoolini University Logo.jpg
Share this article