शूलिनी यूनिवर्सिटी ने एच-इंडेक्स में 75वां स्थान प्राप्त कर एक और बड़ी सफलता प्राप्त की
सोलन, भारत, 14 जून, 2021 /PRNewswire/ -- शूलिनी यूनिवर्सिटी, देश के अग्रणी शोध-आधारित यूनिवर्सिटीज में से एक, ने 75 का एच-इंडेक्स प्राप्त किया है, जो इसे उत्तर भारत में सबसे अधिक और 2009 के बाद स्थापित संस्थानों में देश में दूसरे स्थान पर है।
एच-इंडेक्स गुणवत्ता अनुसंधान को दर्शाता है और इसकी गणना रिसर्च पेपर्स की संख्या के बराबर साइटेशंस की संख्या के आधार पर की जाती है। एच-इंडेक्स की गणना स्कोपस इंडीकेटर्स के आधार पर की जाती है, जिसे एकेडमिक लिटरेचर के लिए सबसे प्रतिष्ठित सार और उद्धरण (एब्स्ट्रेक्ट और साइटेशन) डेटाबेस माना जाता है।
शूलिनी यूनिवर्सिटी के 75 एच-इंडेक्स का तात्पर्य है कि उसके 75 शोध पत्रों को 75 बार साइटेंशन के तौर पर रखा गया है। यह पैरामीटर यूनिवर्सिटी की स्थापना की उम्र पर भी निर्भर करता है।
2009 में और उसके बाद स्थापित यूनिवर्सिटीज में दूसरे स्थान पर होने के अलावा, केवल आईआईटी, इंदौर के साथ, इससे आगे, यूनिवर्सिटी उन यूनिवर्सिटीज की तुलना में 10 वें स्थान पर है, जो 2001 और उसके बाद में स्थापित किए गए थे।
हाल ही में साइमागो की ग्लोबल रैंकिंग ने शोध के आधार पर शूलिनी यूनिवर्सिटी को विश्व और भारतीय संस्थानों में क्रमश: 536 और 32वें स्थान पर सूचीबद्ध किया। क्वाक्वेरेली साइमंड्स (क्यूएस) रैंकिंग ने शूलिनी को भारत में साइटेशन इंडेक्स में नंबर एक के रूप में और अपनी 2021 रैंकिंग के लिए एशिया में 14 वें स्थान पर रखा है।
यूनिवर्सिटी के चांसलर प्रोफेसर पी के खोसला ने कहा कि यह उपलब्धि अनुसंधान की गुणवत्ता और यूनिवर्सिटी में स्कॉलर्स द्वारा किए गए समर्पण और कड़ी मेहनत को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि स्कोपस के अनुसार, अब प्रकाशनों की कुल संख्या 1673 है और साइटेशंस 25,752 हैं।
उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी रिसर्च वर्क पर जोर देना जारी रखेगा और ग्रेजुएट लेवल से ही इसे प्रोत्साहित करती है।
वाइस चांसलर प्रोफेसर अतुल खोसला ने यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं और फैकेल्टी सदस्यों को बधाई दी और कहा कि यह कुछ साल पहले एक बहुत ही कठिन काम की तरह लग रहा था। उन्होंने कड़ी मेहनत करने और इस मुकाम को हासिल करने के जुनून के लिए उनकी सराहना की।
Shoolini University के बारे में:
2009 में स्थापित Shoolini University एक अनुसंधान प्रेरित निजी विश्वविद्यालय है जिसे UGC से पूरी मान्यता प्राप्त है। एक अलाभकारी संगठन के रूप में भारत का यह अग्रणी विश्वविद्यालय, नवप्रवर्तन पर फोकस, गुणवत्तापरक नियोजन और विश्वस्तरीय फैकल्टी की वजह से जाना जाता है। हिमालय के निचले क्षेत्र में स्थित इस विश्वविद्यालय ने NAAC से मान्यता प्राप्त की है और इसे NIRF द्वारा रैंक दी गई है।
अधिक जानकारी के लिए, कृपया देखें: https://shooliniuniversity.com/
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