Shoolini Engineering ने हाई SCImago रैंकिंग हासिल की
हाईटेक और हाइब्रिड प्रोग्रामों के साथ इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए भविष्य उज्ज्वल है: Shoolini के चांसलर Prof PK Khosla
सोलन, भारत, 31 मार्च, 2023 /PRNewswire/ -- प्रतिष्ठित SCImago Institutional Ranking (SIR) वर्ल्ड रिपोर्ट के अनुसार, Shoolini University में इंजीनियरिंग प्रोग्रामों को देश में 12वीं रैंक और मैकेनिकल इंजीनियरिंग को तीसरी रैंक प्रदान की गई है। सूचना विश्लेषण के लिए समर्पित इस स्पेन स्थित संस्था ने Shoolini University को 22वीं रैंक दी है, जबकि अनुसंधान में इसे 7वीं रैंक मिली है।
सोलन में एक प्रेस सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए चांसलर Prof PK Khosla ने कहा कि, "टॉप रैंकिंग का श्रेय अत्याधुनिक इंजीनियरिंग प्रोग्रामों को जाता है जिनको भविष्य की कैरियर संबंधी अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है। इसमें, कृत्रिम बुद्धिमत्ता संबंधी कोर्स निर्मित करना भी शामिल है।"
उन्होंने आगे कहा कि, "उद्योग जगत के लिए तैयार इंजीनियरों की आवश्यकता को महसूस करते हुए यूनिवर्सिटी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स में स्पेशलाइजेशन के साथ मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक शुरू किया।" इसके अंतर्गत, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्रों को AI और रोबोटिक्स में नवीनतम तकनीकों और भावी रूझानों से परिचित कराया जाता है, जिसका उत्पादन से लेकर वाहन तक हर उद्योग क्षेत्र में उपयोग होता है, ऐसा उन्होंने आगे बताया।
एक प्रेस सम्मेलन के दौरान मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए, फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के डीन Prof Virender Rihani ने कहा कि, "Anand Automotive, Microtek, Milestone, Ind Sphinx, MT Autocraft, और Cosmo-Ferrite के साथ Shoolini University के औद्योगिक-अकादमिक साझेदारी वाले प्रोग्रामों के अंतर्गत छात्रों को व्यावहारिक प्रशिक्षण मिलेगा। हमारे विविध गठबंधनों के अंतर्गत हमारे छात्र चंडीगढ़ में PEC-SIEMENS सेंटर ऑफ एक्सेलेंस में भी प्रशिक्षित किए जाते हैं।"
हमारे विभिन्न सहयोगों के तहत, हमारे छात्रों को चंडीगढ़ में PEC-SIEMENS Centre of Excellence में भी प्रशिक्षित किया जाता है।" उन्होंने कहा कि पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज ने SIEMENS के साथ 14 अत्याधुनिक लैब स्थापित करने के लिए लगभग 170 करोड़ रुपये का निवेश किया था।
Prof Rihani ने कहा कि, "हमारा पाठ्यक्रम, हर सेमेस्टर में प्रोजेक्ट-आधारित शिक्षण पर आधारित है। इसीलिए हमारे छात्र अनेक पेटेन्ट और रिसर्च पेपर दाखिल कर पाते हैं। औद्योगिक विजिटों के दौरान विशेषज्ञों से सीधे बातचीत के माध्यम से उनको औद्योगिक परिचय प्राप्त होता है।" बीटेक, सिविल इंजीनियरिंग (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और जियो-इन्फार्मेटिक्स में विशेषज्ञता के साथ) पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि बीटेक सिविल इंजीनियरिंग प्रोग्राम को संवर्धित किया गया है। अब, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, GIS, रिमोट सेंसिंग, ऑटोकैड, और अनेक संबंधित सॉफ्टवेयर अनुप्रयोगों के तत्व, प्रोग्राम के अनिवार्य घटक हैं। उन्होंने बताया कि ये बदलाव यह सुनिश्चित करेंगे कि सिविल इंजीनियर वर्तमान और भावी निर्माण अपेक्षाओं को पूरा कर सकें।
पंजाब यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसलर Prof RC Sobti, जो कि Shoolini University में एडजंक्ट फैकल्टी भी हैं, ने कहा कि, "Shoolini में Yogananda School of AI, Computers and Data Science, IBM और AWS के साथ गठबंधन के अंतर्गत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस, क्लाउड कम्प्यूटिंग, और साइबर सिक्योरिटी में विशेषज्ञता के साथ बीटेक कम्प्यूटर साइंस प्रस्तुत करता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग (AI & ML) संभावनाशील और लाभप्रद संभावनाओं के कारण आधुनिक विश्व में एक सबसे लोकप्रिय प्रोग्राम बन गया है। चूंकि इस डिग्री का विविध क्षेत्रों में उपयोग है, इसलिए अवसर काफी विस्तृत हैं। डेटा साइंस, छात्रों को सांख्यिकीय, गणितीय, और मशीन लर्निंग तर्कशक्ति, ज्ञान खोज और विज़ुअलाइजेशन की कुशलताओं से लैस करता है।"
Prof PK Khosla ने अपनी टिप्पणी में कहा कि Shoolini University द्वारा छात्रों को व्यावहारिक जगत के लिए तैयार करने पर जोर और अग्रणी अनुसंधान और नवप्रवर्तन पर फोकस ने संस्थान को देश में एक प्रमुख प्रतिष्ठित संस्थान बनाया है। इंजीनियरिंग में प्रवेश लेने वालों की संख्या में कमी के बारे में पूछने पर Prof Khosla ने कहा कि, "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भविष्य है, इसलिए हमने छात्रों को सर्वोत्तम बनने में सक्षम बनाने के लिए अपने कोर्स के मापदंड उन्नत बनाए हैं।"
एक प्रश्न का उत्तर देते हुए Prof Khosla ने कहा कि, "Shoolini University को चार मापदंडों पर SCImago की रैंकिंग दी गई है: शिक्षण और अधिगम, अनुसंधान, सामाजिक प्रभाव, और दृष्टिबोध।"
बायोइंजीनियरिंग और फूड टेक्नोलॉजी के हेड और डीन, PG स्टडीज, Prof Dinesh Chatanta ने कहा कि, "Shoolini University में अप्लाइड साइंसेज और बायोटेक्नोलॉजी की फैकल्टी ने कई ग्रांट प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की है जैसे कि अवसंरचना विकास के लिए सरकारी राष्ट्रीय वित्तपोषण एजेंसियों से अनुसंधान और विकास परियोजनाएं।" आगे उन्होंने कहा कि, यूनिवर्सिटी ने छात्रों के हित के लिए एक्सचेंज प्रोग्रामों और संयुक्त अकादमिक और अनुसंधान कार्य के लिए 250 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन किए हुए हैं।
Prof Rihani ने कहा कि, "इस प्रोग्राम के माध्यम से छात्रों को कई विषयक्षेत्रों जैसे कि सांख्यिकी, कम्प्यूटर साइंस, मशीन लर्निंग और लॉजिक संबंधी कुशलताएं प्राप्त होंगी। वे डेटा साइंटिस्ट बन सकते हैं और स्वास्थ्यसेवा, बिज़नेस, ईकॉमर्स, सोशल नेटवर्किंग कंपनियों, क्लाइमेटोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी, जेनेटिक्स और अन्य महत्त्वपूर्ण भविष्योन्मुखी उद्योगों में आकर्षक कैरियर बना सकते हैं।
Shoolini के छात्र शीर्षस्तरीय तकनीकी कंपनियों में नियुक्त हैं जिनमें Tata Hitachi, GNA, Havells, GrozBeckert, Microtek, Khanna Paper Mills, Adani Powers, L&T, Ceigall, Kalpataru, Cognizant, AADDOO.AI, Anand Automotive, Satyam Auto, SML-Isuzu, Gabriel, Eicher Volvo, Hughes Systique, Mercer, HCL, Orange Business Service, FPL Technology, Cognizant, Capgemini, और अन्य अनेक शामिल हैं।
Shoolini University के बारे में:
2009 में स्थापित Shoolini University of Biotechnology और Management Sciences एक अनुसंधान प्रेरित निजी यूनिवर्सिटी है, जिसे UGC से पूरी मान्यता प्राप्त है। भारत में इस अग्रणी यूनिवर्सिटी को नवप्रवर्तन, गुणवत्तापूर्ण नियोजन और विश्वस्तरीय फैकल्टी पर इसके फोकस के लिए प्रतिष्ठा प्राप्त है। हिमालय के निचले भाग में स्थित इस यूनिवर्सिटी ने NAAC से प्रमाणन प्राप्त किया है और इसे NIRF द्वारा रैंक किया गया है।
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