- अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस- 2021 के अवसर पर इसकी घोषणा की गई
नई दिल्ली, 8 मार्च, 2021 /PRNewswire/ -- नैस्पर्स के ग्लोबल कंज्यूमर इंटरनेट ग्रुप, प्रॉसस ने आज यूएन वुमन के साथ मिलकर भारत में कमजोर तबके की महिलाओं एवं लड़कियों की उच्च शिक्षा और रोजगार के लिए एक नई पहल के शुभारंभ की घोषणा की है।
पूरी दुनिया में महिलाओं को बराबरी का दर्जा देकर और कामकाज में समान अवसर उपलब्ध कराके उनकी भागीदारी को बढ़ाते हुए GDP को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की संभावनाओं के मामले में भारत सबसे आगे है - यानी साल 2025 तक GDP में 770 बिलियन डॉलर की वृद्धि की जा सकती है। देश में कामकाजी उम्र के सभी पुरुषों में से 67% कार्यरत हैं, जबकि उनकी तुलना में केवल 9% महिलाएं कार्यरत हैं। वास्तव में गरीबी, उच्च शिक्षा के अवसरों और रोल मॉडल की कमी, लैंगिक आधार पर समाज में प्रचलित रूढ़िवादी परंपराएं और कम उम्र में विवाह जैसी बाधाओं के कारण महिलाएं रोजगार के क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ पाती हैं। यहां तक कि माध्यमिक या उच्चतर माध्यमिक स्तर की शिक्षा प्राप्त करने वाली महिलाओं के बीच बेरोजगारी दर पुरुषों की तुलना में काफी अधिक है। साल 2017-18 में, 15 वर्ष और उससे अधिक आयु की महिलाओं के लिए समग्र महिला श्रम शक्ति में भागीदारी दर 23.3% थी, जो शहरी क्षेत्रों में 20.4% की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में 24.6% थी।
प्रॉसस फ़्लाइट ने 750 महिलाओं एवं लड़कियों को औपचारिक डिग्री या प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराने में सहायता के साथ-साथ उन्हें रोजगार योग्य कौशल हासिल करने में मदद करने को अपना लक्ष्य बनाया है, जिससे उन्हें भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था में शामिल होने का अवसर प्राप्त होगा।
मिडिल, हाई स्कूल या सीनियर सेकेंडरी की शिक्षा पूरी करने वाली महिलाओं एवं लड़कियों की पहचान करना तथा उनका नामांकन करना इस पहल के लिए सबसे अहम है, क्योंकि ऐसा नहीं होने पर उन्हें अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए अवसर और / या परिवार का समर्थन नहीं मिलेगा। दरअसल छात्राओं को पढ़ने के लिए प्रेरित करने तथा अपने पाठ्यक्रमों को पूरा करने हेतु प्रोत्साहन देने में सामाजिक नजरिए तथा परिवार के समर्थन की बेहद महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इस बात को ध्यान में रखते हुए, इस पहल के अंतर्गत निर्दिष्ट समुदायों में लगभग 5,000 परिवारों के लिए लैंगिक जागरूकता और संवेदनशीलता के विषयों पर वर्कशॉप आयोजित किए जाएंगे, साथ ही महिला शिक्षा एवं रोजगार के प्रति समाज के दृष्टिकोण पर अनुसंधान भी किया जाएगा।
यह कार्यक्रम महाराष्ट्र राज्य में 17 से 25 साल की युवा महिलाओं पर केंद्रित होगा। इस कार्यक्रम के लिए पांच जिलों की पहचान की गई है, जिनमें बृहन्मुंबई महानगर क्षेत्र -मुंबई सिटी, मुंबई उपनगरीय क्षेत्र, ठाणे, पालघर और रायगढ़ शामिल हैं। इस पहल का उद्देश्य स्नातक युवा महिलाओं हेतु एक नेटवर्क के निर्माण की दिशा में प्रयास करना है, जो देश की युवा महिलाओं एवं लड़कियों के लिए रोल मॉडल होंगे, साथ ही वे स्थानीय स्तर पर युवा महिलाओं के लिए सहायक समुदायों का निर्माण करेंगे। इस तरह महिलाओं के लिए समर्थन में वृद्धि होगी तथा पढ़ाई छोड़ने की दर को कम करना संभव हो पाएगा।
फ़्लाइट नामक इस पहल के माध्यम से दी जाने वाली सहायता में शामिल हैं:
- सरकारी कॉलेज / ITI/ पॉलिटेक्निक सहित विभिन्न संस्थानों में उच्च शिक्षा के लिए हर साल छात्रवृत्ति प्रदान करना
- यूएन वुमन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप, आंशिक रूप से योगदान देने वाली छात्राओं को तीन साल के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना
- करियर में मार्गदर्शन एवं परामर्श के साथ-साथ अपने बलबूते पर कैरियर के निर्माण में मदद के लिए समुदाय तथा चैंपियन महिलाओं की सहायता व समर्थन
- रोजगार मेलों में प्रवेश, इंटर्नशिप के अवसर और निजी कंपनियों में एक्स्पोज़र विजिट के साथ-साथ विशेषज्ञों और कॉर्पोरेट जगत के दिग्गजों द्वारा विशेष सत्रों का आयोजन
- पेशेवर, व्यवहारिक और जीवन कौशल में प्रशिक्षण, जो किसी भी क्षेत्र में करियर बनाने के लिए सहायक है
- नियुक्ति के अवसरों तक पहुंच, तथा अपना उद्यम स्थापित करने या स्व-रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए समर्थन
इस मौके पर एलीन ओ'टूले, चीफ पीपल ऑफिसर, प्रॉसस, ने कहा: "दुनिया भर में महिलाओं को समानता का दर्जा दिलाने में शिक्षा की बेहद अहम भूमिका है। मुझे बेहद खुशी हो रही है कि मैं अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस-2021 के अवसर पर यूएन वुमन के साथ मिलकर इस पहल की घोषणा कर रहा हूँ। इस पहल के जरिए हम होनहार भारतीय महिलाओं को अपने पढ़ाई के सपनों को साकार करने तथा कैरियर के रास्ते पर आगे बढ़ने में मदद करेंगे, जिनका भारत के भविष्य में अमूल्य योगदान होगा।"
सुजॅन जेन फर्ग्यूसन, प्रतिनिधि, यूएन वुमन, ने कहा: "किसी भी समाज और समुदाय की तरक्की के लिए युवा महिलाओं को गुणवत्तायुक्त शिक्षा के अवसर उपलब्ध कराना बेहद जरूरी है। यह सतत विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने के सबसे असरदार एवं प्रमाणिक तरीकों में से एक है। लैंगिक समानता, गरीबी उन्मूलन और समावेशी आर्थिक विकास के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए युवा महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण तथा उनके कौशल विकास में निवेश करना सबसे जरूरी और प्रभावी साधनों में से एक है। मैं यूएन वुमन और प्रॉसस के बीच इस साझेदारी को लेकर बेहद उत्साहित हूँ, क्योंकि इस पहल के माध्यम से हमने 750 महिलाओं और लड़कियों की शिक्षा एवं कौशल विकास के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करने की मुहिम शुरू की है।"
तीन साल की इस साझेदारी में अनुसंधान चरण की शुरुआत तुरंत होगी, जिसके बारे में नियत समय पर यूएन वुमन और प्रॉसस के वेबसाइटों पर अद्यतन जानकारी प्रकाशित की जाएगी।
प्रॉसस का परिचय
प्रॉसस एक ग्लोबल कंज्यूमर इंटरनेट ग्रुप है और पूरी दुनिया में प्रौद्योगिकी के क्षेत्र के सबसे बड़े निवेशकों में से एक है। लंबे समय में विकास की संभावनाओं वाले बाजारों में वैश्विक स्तर पर परिचालन और निवेश के साथ, प्रॉसस अग्रणी उपभोक्ता इंटरनेट कंपनियों के निर्माण में सहायक है, जो लोगों के सशक्तिकरण के साथ-साथ समुदायों को समृद्ध बनाती हैं।
प्रॉसस फ़्लाइट, भारत में सामाजिक जागरूकता व बदलाव लाने के लिए प्रॉसस द्वारा शुरू की गई दूसरी फ्लैगशिप इनीशिएटिव है। साल 2020 में, प्रॉसस ने अपने 3 वर्षीय कार्यक्रम, यानी प्रॉसस सोशल इम्पैक्ट चैलेंज फॉर एक्सेसिबिलिटी (प्रॉसस SICA) को लॉन्च किया, जिसके तहत हर साल सहायक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में काम करने वाले स्टार्टअप्स सालाना अनुदान पाने के लिए आपस में प्रतिस्पर्धा करते हैं। साल 2020 में शीर्ष क्रम में शामिल स्टार्टअप के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमारी मीडिया रिलीज़ देखें। प्रॉसस SICA का साल 2021 का संस्करण अगस्त 2021 में लॉन्च होगा। अधिक जानकारी के लिए, कृपया www.prosus.com पर जाएँ।
यूएन वुमन का परिचय
यूएन वुमन संयुक्त राष्ट्र संघ की एक संस्था है, जो लैंगिक समानता तथा महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में कार्यरत है। महिलाओं और लड़कियों के लिए वैश्विक चैंपियन की भूमिका निभाने वाले यूएन वुमन की स्थापना, दुनिया भर में महिलाओं की जरूरतों को पूरा करने की प्रक्रिया में तेजी लाने के उद्देश्य की गई थी।
यूएन वुमन को संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य राज्यों का समर्थन हासिल है, क्योंकि यह संस्था लैंगिक समानता के स्तर को प्राप्त करने के लिए वैश्विक मानकों का निर्धारण करती है, तथा सरकारों और नागरिक समाज के साथ मिलकर काम करते हुए महिलाओं के लिए कानूनों, नीतियों, कार्यक्रमों और सेवाओं की रूपरेखा तय करती है। यह संस्था सुनिश्चित करती है कि निर्धारित मानकों को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए, जिससे दुनिया भर में महिलाओं और लड़कियों को सही मायने में फायदा हो। यह संस्था दुनिया भर की महिलाओं व लड़कियों के लिए सतत विकास के लक्ष्यों को साकार करने के उद्देश्य से काम करती है, और चार रणनीतिक प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए जीवन के सभी पहलुओं में महिलाओं की समान भागीदारी के विचार को समर्थन देती है:
- शासन प्रणाली मेंमहिलाओं का नेतृत्व एवं समान भागीदारी सुनिश्चित हो, और उन्हें इसका समान रूप से लाभ मिले
- महिलाओं के पास आय सुरक्षा, सम्मानजनक काम और आर्थिक स्वायत्तता हो
- सभी महिलाओं एवं लड़कियों को हर प्रकार की हिंसा से मुक्त जीवन मिले
- स्थायी शांति और परिस्थितियों के अनुरूप ढालने की क्षमता निर्माण में महिलाओं एवं लड़कियों का भी बड़ा योगदान हो, तथा वे भी प्राकृतिक आपदाओं व संघर्षों की रोकथाम और मानवीय कार्रवाई से समान रूप से लाभान्वित हों
यूएन वुमन लैंगिक समानता को आगे बढ़ाने में संयुक्त राष्ट्र प्रणाली के कार्य को समन्वित करता है तथा प्रोत्साहन देता है, साथ ही वर्ष 2030 के एजेंडा से जुड़े सभी विचार-विमर्श और समझौतों में भी इसकी भागीदारी होती है। यह संस्था लैंगिक समानता को स्थाई विकास लक्ष्यों का मूलभूत आधार बनाने और अधिक समावेशी दुनिया के निर्माण के लिए प्रयासरत है।
अधिक जानकारी के लिए, कृपया https://www.unwomen.org/en पर जाएँ।
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