कलिंग फेलोशिप 2019 - महिलाओं और बच्चों की तस्करी रोकने के लिए एक अभिनव पहल
भुवनेश्वर, भारत, 17 दिसंबर, 2019 /PRNewswire/ -- वैश्विक कलिंग फेलोशिप 2019 जो कि महिलाओं और बच्चों की तस्करी रोकने के लिए एक अभिनव पहल है, का आयोजन नयी दिल्ली में 9 - 13 दिसम्बर, 2019 को किया गया। तीन साझेदार संगठनों- Kalinga Institute of Social Sciences (KISS), भुवनेश्वर, FXB India Suraksha और Bridge Institute द्वारा स्थापित यह फेलोशिप, UN धारणीय विकास लक्ष्य 5.2- 'सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में सभी महिलाओं और लड़कियों के विरूद्ध, तस्करी और यौन व अन्य प्रकार के शोषण सहित सभी प्रकार की हिंसा का उन्मूलन' की दिशा में केंद्रित है।
राष्ट्रीय महिला आयोग, भारत सरकार की साझेदारी में आयोजित कलिंग फेलोशिप 2019 कारोबारी अग्रणियों, सरकारी अधिकारियों और नागरिक समाज के लीडरों की तीन सेक्टरों वाली वैश्विक फेलोशिप है, जो एक सामान्य और साझा विज़न स्थापित करने की दिशा में ठोस कदम के रूप में डिजाइन की गई है और 'उस दुनिया में जिसमें हम हैं, से उस दुनिया की ओर जाने के लिए, जहां हम जाना चाहते हैं' के SDG के ब्ल्यूप्रिंट को प्रदर्शित करने का एक जीवंत उदाहरण है।
पहली फेलोशिप का आयोजन 2017 में अप्रैल में ओडिशा में किया गया था। 2018 में फेलोशिप का आयोजन तेलंगाना में तेलंगाना सोशल वेलफेयर रेजिडेंशियल एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस सोसाइटी (Telengana Social Welfare Residential Educational Institutions Society और Prajwala के सहयोग से किया गया। Sewa International और UN Women ने इस वर्ष साझेदारों के रूप में कलिंग फेलोशिप में भाग लिया और दिल्ली में फेलोशिप आयोजित करने में सहयोग प्रदान किया।
कार्यक्रम के अवसर पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रो. Achyuta Samanta, मा0 सांसद और संस्थापक, KIIT & KISS ने कहा कि, "महिलाओं का सशक्तिकरण, सभी सरकारी, कारोबारी और सामाजिक क्षेत्रों में प्रत्येक संगठन में हर स्तर पर समावेशित किया जाना चाहिए। केवल तभी हम एक देश और एक अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ सकते हैं। मेरा गृह राज्य ओडिशा तीव्र वेग से प्रगति करते हुए यह सुनिश्चित कर रहा है कि हमारी माताएं और बहनें, राज्य और देश में सर्वोच्च निर्णयकर्ता संस्थाओं में पूरी तरह भागीदारी करें। लैंगिक समानता, KIIT और KISS की विचारधारा का आधार है।" ShyamParande, सचिव, Sewa International ने कहा कि महिलाओं को शिक्षण और रोजगार के समान अवसर प्रदान करते हुए और सभी आयु समूहों में लिंग संवेदीकरण द्वारा ही मानव तस्करी जैसे अभिशाप पर लगाम लगाई जा सकती है।
कलिंग फेलो (Kalinga Fellows) एक गहन, सुविधापूर्ण, पांच दिवसीय रणनीतिक आयोजन में भाग लेंगे जिसमें वे सबसे आधुनिक लीडरशिप विधियां सीखेंगे, एक-दूसरे से सहयोग करेंगे और अपने समाधान और रणनीतियां सामूहिक रूप से मिलकर आगे बढ़ाएंगे। इसके अलावा, प्रत्येक कारोबारी, सरकारी और नागरिक समाज के लीडर को बाद में एक साल तक के लिए समकक्ष पेशेवर लीडरशिप कोच दिया जाएगा। कलिंग फेलोशिप 2019 मानव तस्करी से निबटने के लिए, नागरिक समाज, कार्पोरेट और सरकारी क्षेत्र के लीडरों द्वारा विकसित और सृजित एक समाधान आधारित रूपरेखा प्रस्तुत करेगी, ऐसा Mamta Borgoyary, CEO, FXB India Suraksha ने बताया। Jane Sassienie, डॉयरेक्टर, डेवेलपमेंट, Bridge और फाउंडिंग डॉयरेक्टर, Bridge Institute ने कहा कि यह फेलोशिप उन लोगों को सशक्त करेगी जो लीडरशिप के उपयुक्त कौशलों द्वारा विश्व में परिवर्तन लाना चाहते हैं।
इस वर्ष कलिंग फेलोशिप का फोकस, मानव तस्करी की सामाजिक बुराई का खात्मा करने के लिए एक रूपरेखा तैयार करने पर है। आज मानव तस्करी, दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा संगठित अपराध है जिसका स्थान हथियारों और ड्रग तस्करी के बाद आता है। "दुनिया की असंभव प्रतीत होने वाली समस्याएं हल करने के लिए असाधारण लोगों को एकजुट करना हमारा उद्देश्य है।", ऐसा Simon McKenzie (Mac), डॉयरेक्टर, Bridge, और सह-संस्थापक, Bridge Institute ने बताया।
इस फेलोशिप में पूरे भारत और विश्व से वरिष्ठ पुलिस और सरकारी अधिकारियों से लेकर सिविल सोसाइटी और कार्पोरेट लीडरों सहित 80 से अधिक प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं। भारत के विभिन्न राज्यों के लगभग 20 छात्र और तस्करी से बचाए गए अनेक लोग भी फेलोशिप का हिस्सा होंगे। ये फेलो, बाल कल्याण समिति, मानव-तस्करी रोधक इकाई, राष्ट्रीय महिला आयोग CHILDLINE, UN Women, और तस्करी से बचाए गए लोगों और वाणिज्यिक यौन उत्पीड़न के पीड़ितों के दूसरी पीढ़ी के लोगों के लिए काम करने वाले संगठनों में जाकर बात करेंगे। ये फेलो, IBM में एक तकनीकी टीम से भी वार्तालाप करके इसे समझेंगे कि किस तरह से तकनीक, महिलाओं और बच्चों की तस्करी से निबटने में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
कलिंग फेलो टीम प्रोटोटाइप समाधान निर्मित करेगी, प्रतिक्रियाएं प्राप्त करेगी, अपनी रणनीतियों और समाधानों को उन्नत बनाएगी और महिलाओं और बच्चों की तस्करी का खात्मा करने के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग के समक्ष 13th दिसम्बर 2019 को एक राष्ट्रीय रूपरेखा प्रस्तुत करेगी, जो राष्ट्रीय स्तर पर लागू किए जाने के लिए होगी।
KIIT के बारे में
Kalinga Institute of Industrial Technology (KIIT) की स्थापना Dr. Achyuta Samanta द्वारा एक बहुवैषयिक विश्वविद्यालय के रूप में की गई थी, जिसमें वर्तमान में भारत के कोने-कोने से तथा लगभाग 22 देशों से 25,000 छात्र एक लघु महानगर निर्मित करते हैं। KIIT 25 वर्ग किमी. क्षेत्रफल में फैला है, जिसमें एक मिलियन वर्ग मीटर क्षेत्र सुंदर ढंग से निर्मित किया गया है। इसमें 28 स्कूल हैं, जो बेजोड़ पृष्ठभूमि में अविरल रूप से स्थित हैं, और आधुनिक तकनीक से सुसज्जित परिसर के साथ विविध विषयों में स्नातक, परास्नातक, डॉक्टरेट तथा पोस्ट-डॉक्टोरल कार्यक्रमों में शिक्षा प्रदान की जाती है। संस्थान के शांत अकादमिक परिवेश को HRD मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा A श्रेणी प्रदान की गई है। यह विश्वविद्यालय न केवल UGC में NAAC प्रमाणित है बल्कि यह भारत के कुछ ऐसे चुनिंदा संस्थानों में शामिल है जिन्होंने इंजीनियरिंग विषयों के लिए AICTE के NBA द्वारा टियर 1 वॉशिंगटन अकार्ड (Washington Accord) प्राप्त किया है।
अधिक जानकारी के लिए, देखें: http://www.kiit.ac.in
मीडिया संपर्क:
Dr. ShradhanjaliNayak
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+91-9437020240
डॉयरेक्टर, PR
KIIT DEEMED TO BE UNIVERSITY
फोटो: https://mma.prnewswire.com/media/1055298/Kalinga_Fellowship_2019.jpg
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