हिमालया लिप केयर ने अपना फ्लैगशिप अभियान, 'मुस्कान' मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ में प्रस्तुत किया
- वल्र्ड स्माईल डे के अवसर पर एनजीओ स्माईल ट्रेन इंडिया के साथ साझेदारी में अभियान, ''एक नई मुस्कान' प्रारंभ किया
बेंगलुरु, भारत, 1 अक्टूबर 2020 /PRNewswire/ -- वल्र्ड स्माईल डे के अवसर पर भारत की अग्रणी वैलनेस कंपनी, हिमालया ड्रग कंपनी ने अपना फ्लैगशिप सोशल इंपैक्ट अभियान, 'मुस्कान' मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में आरंभ किया। इस अभियान का उद्देश्य क्लेफ्ट लिप एवं पैलेट के बारे में जागरुकता बढ़ाना है। विश्व के अग्रणी क्लेफ्ट संगठन, स्माईल ट्रेन के साथ साझेदारी में चलाया गया यह अभियान जरूरतमंद बच्चों को निशुल्क जीवनरक्षक क्लेफ्ट उपचार प्रदान करेगा।
'एक नई मुस्कान' अभियान द्वारा, हिमालया लिप केयर जमीनी स्तर पर जाकर क्लेफ्ट लिप एवं पैलेट के इलाज के बारे में जागरुकता बढ़ाने पर केंद्रित है। यह अभियान एक मनभावन वीडियो के साथ शुरू हुआ, जिसमें आठ वर्षीय मुनमुन की प्रेरणाप्रद कहानी दिखाई गई है। इस फिल्म में दिखाया गया है कि सुरक्षित क्लेफ्ट सर्जरी ने मुनमुन की जिंदगी कैसे बदल दी।
श्री राजेश कृष्णमूर्ति, बिज़नेस डायरेक्टर-कंज़्यूमर प्रोडक्ट्स डिवीज़न, हिमालया ड्रग कंपनी ने कहा, ''एक नई मुस्कान हमारे दिलों के काफी नज़दीक है। हमारा मानना है कि यह सेहत द्वारा खुशी फैलाने की हमारे ब्रांड की भावना को समाहित करता है। हिमालया में हम लोगों की जिंदगी में बदलाव लाने का प्रयास करते रहेंगे। नई जीवनशैली में हमने नए दिशानिर्देश जारी किए हैं, ताकि हमारे उद्देश्य के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अप्रभावित रहे। स्माईल ट्रेन इंडिया के साथ हमारी साझेदारी द्वारा हम पिछले पाँच सालों में भारत में ढेर सारे परिवारों के बच्चों की निशुल्क क्लेफ्ट सर्जरी करके उन्हें स्माईल दे चुके हैं। हम क्लेफ्ट के साथ जिंदगी गुजार रहे कई बच्चों की जिंदगी में परिवर्तन लाने का प्रयास करते रहेंगे और उन्हें अपने सपने पूरे करने में मदद करेंगे।''
इस अभियान के तहत मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ में लोगों तक पहुंचने के लिए मल्टीमीडिया जागरुकता अभियान शुरू किया गया। स्माईल ट्रेन इंडिया की टोल-फ्री क्लेफ्ट हेल्पलाईन, 1800-103-8301 पर लोग संपर्क करके क्लेफ्ट की जानकारी पा सकते हैं और क्लेफ्ट का निशुल्क उपचार करा सकते हैं।
क्लेफ्ट की जागरुकता बढ़ाने व समय पर इसका इलाज कराने की जरूरत पर बल देते हुए मिस ममता कैरोल, वाईस प्रेसिडेंट एवं रीज़नल डायरेक्टर, एशिया, स्माईल ट्रेन ने कहा, ''भारत में हर साल, 35,000 से ज्यादा शिशु क्लेफ्ट के साथ जन्म लेते हैं। इससे उनके विकास पर गहरा असर पड़ता है क्योंकि क्लेफ्ट का इलाज न कराने पर उन्हें खाने, सांस लेने, सुनने और बोलने में परेशानी होती है। इस बारे में जानकारी की कमी है कि क्लेफ्ट का इलाज सुरक्षित सर्जरी द्वारा किया जा सकता है। मरीजों व स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा के लिए विस्तृत सेफ्टी गाईडलाईंस के साथ मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ में हमारे पार्टनर अस्पताल अब क्लेफ्ट सर्जरी दोबारा करना शुरू कर रहे हैं और हम क्लेफ्ट के मरीजों के निशुल्क इलाज की व्यवस्था कर रहे हैं। हमें हिमालया ड्रग कंपनी के साथ साझेदारी करने की खुशी है, जिसने पिछले पाँच सालों में भारत में क्लेफ्ट से पीड़ित बच्चों के चेहरों पर स्माईल लाने में मदद की है।"
इस साल के अभियान में अर्जुन पुरस्कार विजेता एवं कॉमनवैल्थ गोल्ड मेडलिस्ट, मिस गीता फोगाट भी मौजूद होंगी, जिन्होंने इस अभियान में अपना सहयोग दिया।
गीता फोगाट ने कहा, ''एक रेस्लर के रूप में मैंने अपने जीवन में अनेक चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन अपने सपनों का पीछा कभी नहीं छोड़ा। हर बच्चे का कोई सपना होता है और उस सपने को पूरा करने की क्षमता क्लेफ्ट जैसी समस्या के कारण कम नहीं होनी चाहिए। मुझे खुशी है कि मैं मुस्कान के साथ जुड़ी हूँ, जो बच्चों को सेहतमंद, प्रसन्न व संतुष्ट जीवन जीने में मदद कर रहा है। इस तरह के अभियान प्रदर्शित करते हैं कि एक सामान्य सी सर्जरी किस प्रकार बच्चों की जिंदगी बदल सकती है और उन्हें बेहतर भविष्य पाने में मदद कर सकती है।''
हिमालया लिप केयर श्रेणी में अग्रणी ब्रांड्स में से एक है। हिमालया लिप केयर निरंतर क्लेफ्ट केयर के बारे में जागरुकता बढ़ा रहा है और मुस्कान के माध्यम से देश में बच्चों के चेहरों पर स्माईल लाने का प्रयास कर रहा है। जागरुकता बढ़ाने के अलावा हिमालया लिप केयर के हर उत्पाद की बिक्री पर मुस्कान को 3 रु. का योगदान दिया जाता है। हिमालया लिप केयर प्रतिवर्ष जागरुकता अभियान चलाता है और यह क्लेफ्ट के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा बच्चों तक पहुंचने के लिए प्रतिबद्ध है।
क्लेफ्ट के बारे में:
क्लेफ्ट लिप और/या पैलेट जन्मजात विकृति है। यह तब होती है, जब चेहरे के विशेष टिश्यू भ्रूण के विकास के दौरान ठीक तरह से एक दूसरे से जुड़ नहीं पाते। दुनिया में प्रतिदिन 540 बच्चे क्लेफ्ट के साथ जन्म लेते हैं। भारत में अनुमानतः हर साल 35,000 बच्चे क्लेफ्ट के साथ जन्म लेते हैं। क्लेफ्ट का होना जनसंख्या घनत्व पर निर्भर है, लेकिन मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में प्रतिवर्ष 3500 बच्चे क्लेफ्ट के साथ जन्म लेते हैं।
क्लेफ्ट का इलाज न करा पाने वाले बच्चे सबसे अलग रहते हैं, लेकिन इससे भी बड़ी समस्या यह है कि उन्हें खाने-पीने, सांस लेने, सुनने या फिर बोलने में मुश्किल होती है। उन्हें ईएनटी संक्रमण भी बार बार होता है। भारत में गरीबी और अज्ञानता के कारण क्लेफ्ट पीड़ित 50 फीसदी से भी कम बच्चों का इलाज हो पाता है। वो समाज में अलग-थलग जिंदगी व्यतीत करते हैं, कई बच्चे बोलने से जुड़ी लर्निंग की समस्याओं के कारण स्कूल छोड़ने को मजबूर हो जाते हैं, जिसके कारण उनके रोजगार के अवसर खत्म हो जाते हैं।
क्लेफ्ट सर्जरी सुरक्षित है और इसमें परिवर्तन तत्काल होता है। 1999 से स्माईल ट्रेन का सतत मॉडल भारत में स्थानीय मेडिकल समुदाय और हॉस्पिटल्स को सशक्त बनाने के लिए प्रशिक्षण, फंडिंग एवं संसाधन प्रदान कर रहा है, ताकि वो अपने समुदायों में निशुल्क क्लेफ्ट सर्जरी एवं व्यापक क्लेफ्ट केयर प्रदान कर सकें। स्माईल ट्रेन दुनिया में पंद्रह लाख स्माईल्स का आंकड़ा पार कर चुकी है।
हिमालया ड्रग कंपनी के बारे में:
1930 में एक युवा विद्वान, श्री एम. मनाल ने बर्मा के जंगलों में घूमते हुए हर्बल उपचार के फायदे देखे। आयुर्वेद के पारंपरिक विज्ञान की शोध करने के बाद उन्होंने अपना जीवन ऐसे उत्पादों के निर्माण के लिए समर्पित कर दिया, जो दुनिया में लाखों लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाएं। आज हर्बल शोध में नौ दशकों से अधिक समय के इतिहास के साथ हिमालया ऐसा ब्रांड बन गया है, जो न केवल लोगों के जीवन की बल्कि पर्यावरण की गुणवत्ता भी बढ़ा रहा है। 'सिर से लेकर पैर तक' अपनी उत्पाद श्रृंखला के साथ हिमालया हमारे शरीर को प्रभावित करने वाली दैनिक बीमारियों का इलाज प्रदान करता है।
प्रकृति की शोध करने की विरासत के साथ हिमालया ने उन्नत शोध द्वारा आयुर्वेद के विज्ञान का विकास किया एवं यह एक सुरक्षित, कोमल व भरोसेमंद ब्रांड बन गया।
अधिक जानकारी के लिए विज़िट करें:www.himalayawellness.in
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