बंगलौर, September 20, 2017 /PRNewswire/ --
Skola Toys ने आज भारत में खिलौनों की पहली ऐसी रेंज पेश की है जो शिक्षा को आधार मानकर डिजाइन किए गए हैं। यह रेंज, खिलौना डिजाइन और निर्माण, बाल मनोविज्ञान और बाल शिक्षा में दो दशक से भी अधिक के वैश्विक शोध और विकास का निचोड़ है। Skola Toys अपने-आप सही होने वाले और अपने-आप तालमेल बनाने वाले लकड़ी के खिलौने हैं जो 2-7 वर्ष आयु के बच्चों को खेल-खेल में संख्याएं, भाषा, निपुणता, पर्यावरण, संस्कृति, और बोध ज्ञान संबंधी अवधारणाएं सीखने में मदद करते हैं।
(Photo: http://mma.prnewswire.com/media/558052/Co_founders_Skola_Toys.jpg )
Skola Toys, Mridula Shridhar, VK Manikandan और Nitish Agrawal की सोच है। Skola Toys की सोच पर प्रकाश डालते हुए Mridula Shridhar (सह-संस्थापक) ने कहा कि, "खेल, परिणामी शिक्षण का सर्वोच्च रूप है। यह सदैव स्वतः प्रेरित होता है, इसका अर्थ है कि बच्चे को इसकी गतिविधियों में पहले से ही आनंद मिलने लगता है। यदि सीखने-सिखाने को खेल के तौर पर डिजाइन किया जाए, तो हमारे पास अत्यधिक सक्षम शिक्षार्थी बच्चे होंगे जो खुश होने और आत्मविश्वास से भरपूर होने के अलावा, अधिक उपलब्धियां हासिल करने के लिए अंदर से प्रेरित होंगे।"
दुनिया भर में बाल मनोवैज्ञानिकों, बाल विशेषज्ञों और शिक्षाशास्त्रियों से सहयोग लेकर Skola Toys को प्रायोजिक और क्रमिक शिक्षण सिद्धांत ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। Skola Toys की रेंज 'Lands' और 'Journeys' के रूप में तैयार की गई है। 'Journey' ऐसे खिलौनों का संकलन है जो क्रमिक रूप से खेले जाने पर बच्चों में एक विशेष कौशल विकसित करते हैं। दूसरी ओर 'Land' , Journeys का संकलन है जो व्यापक कौशल सिखाने के लिए हैं। उदाहरण के लिए, भाषा की Land में अक्षर और शब्द Journeys हैं और वे मिलकर बच्चे की भाषा संबंधी कुशलताएं सुदृढ़ बनाते हैं। सभी Journeys क्रमिक रूप से चुनौतीपूर्ण और विकास क्रम के अनुसार उपयुक्त हैं। अभी इस रेंज में 9 Journeys और 6 Lands हैं। और उनकी http://www.skola.toys के माध्यम से रिटेल बिक्री की जा रही है।
VK Manikandan, सह-संस्थापक, Skola Toys ने बताया कि, "पिछले 25 वर्षों में, संस्थापक टीम ने भारत, मध्य-पूर्व और USA में 10,000 स्कूलों में 40,000 से अधिक बच्चों के लिए विचार-प्रेरक शैक्षिक सामग्रियां सोची, डिजाइन की और निर्मित की हैं। और Skola Toys के माध्यम से हम माता-पिता को ऐसे खिलौने उपलब्ध कराना चाहते हैं, जो उनके बच्चे को स्कूल और घर में मिलने वाली शिक्षा के पूरक साबित होंगे।" संस्थापक टीम ने ही Kido Enterprises और Kreedo Early Education Centres भी स्थापित किए हैं।
Skola Toys के बारे में:
Skola Toys भारत में खिलौनों की पहली ऐसी रेंज है जो शिक्षा को आधार मानकर डिजाइन किए गए हैं।
2 वर्ष से 7 वर्ष के बच्चों के लिए प्रस्तुत Skola Toys के डिजाइन सिद्धांतों को बाल मनोवैज्ञानिकों, बाल विशेषज्ञों, और मांटेसरी शिक्षकों सहित शिक्षाविदों से मिले वैज्ञानिक परामर्श के आधार पर तय किया गया है। Mridula Shridhar, VK Manikandan और Nitish Agrawal द्वारा Skola Toys को वह कमी दूर करने के लिए स्थापित किया गया, जो आरंभिक शिक्षण और शिक्षाप्रद खिलौनों की श्रेणी में बुद्धिमत्तापूर्वक डिजाइन किए गए खिलौनों के मामले में बनी हुई है। Skola Toys बच्चों को खेल के माध्यम से सीखने में मदद करते हैं और उन्हें व्यस्त भी रखते हैं। Skola Toys में 'Journeys' और 'Lands' के माध्यम से प्रायोगिक शिक्षण और क्रमिक शिक्षण का उपयोग किया जाता है जिससे बच्चों को सकल प्रेरक, सूक्ष्म प्रेरक, संवेदी, गणित, भाषा, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान, बोध, और रचनात्मकता के क्षेत्रों में महत्त्वपूर्ण कौशल सीखने में मदद मिलती है।
मीडिया संपर्क:
Abhishek Singh
[email protected]
+91-9620207072
Head Marketing
Skola Toys Private Limited
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