मुंबई, February 28, 2017 /PRNewswire/ --
टाटा प्रोजेक्ट्स, आईटीडी सीमेनटेशन और सीईसी ताईवान ने हरियाली के विकास के लिए सीएसआर सीएसआर फंड निश्चित किए
मुंबई मेट्रो लाइन - फेज 3 के निर्माण की 2830 करोड़ रुपए की परियोजना के निर्माण में लगे, टाटा प्रोजेक्ट्स, आईटीडी सीमेनटेशन और सीईसी ताईवान के संयुक्त उपक्रम ने एलान किया है कि परियोजना क्षेत्र में वह तीन गुना से ज्यादा पौधे लगाएगा। समझा जाता है कि यह संयुक्त परियोजना 84 पेड़ ट्रांसप्लांट करेगी और करीब 500 पौधे लगाएगी। ये पौधे मुंबई मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा अधिसूचित क्षेत्र में लगाए जाएंगे। हालांकि, संयुक्त उपक्रम इससे भी ज्यादा संख्या में पेड़ लगाएगा। इसके अलावा, यह भी संभावना है कि शुरू के तीन वर्षों तक संयुक्त उपक्रम ही अधिकारियों के दिशानिर्देशों के अनुसार पौधों की देख-रेख करेगा।
(Photo: http://mma.prnewswire.com/media/471797/Tata_Projects_Green_Thumb_Initiative.jpg )
टाटा प्रोजेक्ट्स के प्रबंध निदेशक श्री विनायक देशपांडे ने कहा, "परियोजना पूर्ण करने में पारिस्थितिकी की रक्षा और निरंतरता के लक्ष्य का सद्भावनापूर्ण एकीकरण टाटा प्रोजेक्ट्स के दिशानिर्देशन सिद्धांतों में है। हमारी सभी कार्रवाइयों के मूल में निरंतरता है।"
संयुक्त उपक्रम मुंबई मेट्रो लाइन 3, पैकेज 4 का निर्माण कर रहा है जो मशहूर सिद्धिविनायक मंदिर, दादर स्टेशन औऱ माहिम से होकर गुजरेगा। यह पूरा सेक्शन भूमिगत है और संयुक्त उपक्रम को 3 भूमिगत स्टेशन की डिजाइन और निर्माण के साथ छह किलोमीटर टनेल (सुंरग) भी तैयार करने का काम दिया गया है।
यह सुनिश्चित करने के लिए कि पारिस्थितिकी का रख-रखाव निरंतर किया जाए, कंपनी आस-पास की जगहों पर नए सिरे से पौधे लगाने का काम सुनिश्चित करेगी। यह काम सक्रियता से पूरी प्रतिबद्धता के साथ किया जाएगा और ठेके के साथ मिली जिम्मेदारियों को निभाते हुए उसके निर्देशों के अनुसार किया जाएगा। संयुक्त उपक्रम ठेके के तहत जो जरूरी है उससे ज्यादा करना चाहेगा। परियोजना पूरी करने के लिए जो टीम लगाई जाएगी उसे सिंगापुर जैसे बाजार में काम करने का अंतरराष्ट्रीय अनुभव है तथा यह विश्व स्तर की निर्माण विधियों का पालन करने के लिए बाध्य है तथा यह वैसा ही होगा जैसा पूरे दक्षिण पूर्व एशिया में होता है। इसमें पर्यावरण के लिहाज से स्थायी परियोजना विकास की भावना शामिल है। संयुक्त उपक्रम निर्माण के लिए विश्व स्तर की विधियों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है और मुंबई में परियोजना को ऐसे ही लागू किया जाएगा।
टाटा प्रोजेक्ट्स जैव विविधता और जिस माहौल में काम करता है उसके प्रति संवेदनशील है। इसलिए, इसकी रक्षा करने का पूरा ध्यान रखता है। इस साल टाटा प्रोजेक्ट्स ने भिन्न परियोजना स्थलों पर करीब 20,000 पेड़ लगाए हैं। कंपनी ने एक अनूठी 'ग्रीन थम्ब' पहल की शुरुआत 2016 में की थी। इसके तहत कंपनी ने पेड़ लगाने के अपने प्रयासों का एकीकरण सोशल मीडिया पर पर्यावरण के प्रति जागरूकता जगाने के अपने प्रयासों से किया। इन प्रयासों के लिए स्वेच्छा से काम करने वाले कर्मचारियों को इसका अच्छा लाभ मिलता है साथ ही वे बृहत्तर क्षेत्रीय उद्देश्य की पूर्ति कर सकते हैं। टाटा प्रोजेक्ट्स की ये सारी पहल टाटा समूह के संपूर्ण प्रयासों से एकीकृत हैं। टाटा प्रोजेक्ट्स की योजना परियोजना के आस-पास जनहित में विकास के काम हाथ में लेने की है और इसमें यह अपना सीएसआर बजट खर्च करने की योजना पर काम कर रहा है।
आईटीडी सीमेनटेशन, इटली की थाई डेवलपमेंट पबलिक कंपनी, थाईलैंड की एक सहायिका है और आठ दशक से इंफ्रा क्षेत्र में काम करने वाली एक अग्रणी कंपनी है। पारिस्थितिकी और पर्यावरण संरक्षण की इसकी प्रतिबद्धता संयुक्त उपक्रम कंपनी जैसी ही है। सीईसी ताईवान की भी ऐसी ही प्रतिबद्धता है।
मुंबई मेट्रो परियोजना अपने आप में मुंबई के लोगों के लिए लंबे समय से आवश्यक रही है। इससे आने-जाने में लगने वाला समय तथा वाहनों से होने वाला प्रदूषण दोनों कम होगा जबकि कारोबारों को फलने-फूलने में सहायता मिलेगी। यह लोगों की परियोजना है और इसका मकसद भीड-भाड़ कम करना है तथा मुंबई को सिंगापुर तथा लंदन जैसे अन्य प्रगतिशील शहरों की बराबरी में लाना है।
टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के बारे में
टाटा प्रोजेक्ट्स भारत में सबसे तेजी से बढ़ने वाली और सबसे प्रशंसित इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में एक है। इसे बड़ी और जटिल, शहरी और औद्योगिक संरचना परियोजनाएं पूरी करने की सुविज्ञता हासिल है।
टाटा प्रोजेक्ट्स अपनी कारोबारी इकाइयों - ईपीसी, ट्रांसमिशन, परिवहन, निर्माण और पर्यावरण, शहरी संरचना और गुणवत्ता वाली सेवाएं के जरिए काम करती है।
कंपनी विद्युत उत्पादन प्लांट, विद्युत संप्रेषण और वितरण प्रणाली की स्थापना के लिए टर्नकी आद्योपांत समाधान मुहैया कराती है। इनमें पूरी तरह एकीकृत रेल और मेट्रो सिस्टम, व्यावसायिक बिल्डिंग और हवाई अड्डे, रासायनिक प्रक्रिया वाले प्लांट, पानी और अपशिष्ट जल प्रबंध समाधान, संपूर्ण खनन और धातु शुद्धिकरण प्रणाली शामिल है।
कंपनी परियोजनाओं की समय पर डिलीवरी करने के लिए विश्व स्तर की परियोजना प्रबंध तकनीक का उपयोग करती है तथा सुरक्षा औऱ स्थायित्व के लिए इसके बेजोड़ मानक हैं।
Share this article