मुम्बई, May 27, 2015 /PRNewswire/ --
भारत में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में अपने प्रयासों को और व्यापक बनाते हुए जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन ने, जो कि जिंदल ग्रुप की सीएसआर शाखा है, ने मुम्बई में बीएमसी स्कूलों में 25 मिनी साइंस सेंटर प्रायोजित किए हैं। मिनी साइंस सेंटर में विज्ञान और गणित के 60 इंटरएक्टिव काम करने वाले मॉडल होंगे, जो पाठ्यपुस्तकों में दी गई अवधारणाओं जैसे कि न्यूटन की चकती, परिदर्शी, आर्किमिडीज का पेंच, अनंत सुरंग, पाइथागोरस का प्रमेय आदि का वर्णन करेंगे। जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन ने स्टेम लर्निंग प्रा. लि. के सहयोग से यह बीड़ा उठाया है, जो कि भारत में स्कूलों में मिनी साइंस सेंटर स्थापित करने के मामले में अग्रणी कंपनी है।
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इस पहल के तहत कोलाबा म्यूनिसिपल सेकेंडरी स्कूल, मुम्बई में एक मुख्य मिनी साइंस सेंटर स्थापित किया गया। इसके उद्घाटन के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मुम्बई के मेयर स्नेहल अम्बेडकर, तथा बीएमसी शिक्षा समिति के अध्यक्ष विनोद शेलार उपस्थित थे। श्रीमती संगीता जिंदल, अध्यक्षा, जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन भी इस समारोह में उपस्थित थीं। मेयर स्नेहल अम्बेडकर ने मिनी साइंस सेंटरों में गणित और विज्ञान के वर्किंग मॉडलों को समझने में काफी रूचि दिखाई। उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि, ''ये वर्किंग मॉडल छात्रों को विज्ञान व गणित की अवधारणाएं बेहतर तरीके से समझने में मदद करेंगे। ये सचमुच ज्ञानवर्धक हैं और छात्रों को इनके माध्यम से अध्ययन करने में विशेष आनंद मिलेगा। यह जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन की ओर से एक सराहनीय प्रयास है।''
एक एनजीओ द्वारा जारी एक नवीनतम श्वेत पत्र के अनुसार, बीएमसी स्कूलों में बच्चों के स्कूल छोड़ने की दर में इजाफा हुआ है और यह 2009-10 में छह (100 छात्रों में से) से लेकर 2013-14 में 12 तक पहुंच गई है। शिक्षा, शिक्षकों और बुनियादी ढांचे की कमजोर गुणवत्ता इसके मुख्य कारण माने गए हैं। बीएमसी की आधिकारिक साइट ने भी शिक्षकों के प्रशिक्षण तथा क्षमता निर्माण द्वारा बीएमसी स्कूलों में शिक्षा का मानक ऊंचा उठाने को अपनी एक मुख्य रणनीतिक योजना माना है। इस पृष्ठभूमि में, जेएसडब्ल्यू की ओर से की गई यह पहल बीएमसी स्कूलों को मिनी साइंस सेंटर के रूप में आधुनिक शिक्षण सहायक सामग्री उपलब्ध करा रहा है जो सर्वथा प्रासंगिक है। इससे बीएमसी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार में मदद मिलेगी और बच्चों के स्कूल छोड़ने की दर में कमी लाई जा सकेगी।
स्टेम लर्निंग, कक्षाओं में प्रयोगों के लिए मिनी साइंस सेंटर के वर्किंग मॉडलों का उपयोग करने के लिए शिक्षकों को भी प्रशिक्षित करती है। जेएसडब्ल्यू ने यह सुनिश्चित किया है कि मिनी साइंस सेंटरों की स्थापना, एक बार करके छोड़ दिया जाने वाला काम नहीं रहेगा, बल्कि विज्ञान की पढ़ाई में इसकी प्रभावक्षमता की सतत निगरानी की जाएगी। स्टेम लर्निंग ने इसके लिए एक आवधिक मूल्यांकन शुरू किया है। जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, ''यह जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन, स्टेम तथा बीएमसी प्रबंधन के बीच साझेदारी है जो बीएमसी स्कूलों में अधिकाधिक प्रतिभावान बच्चों तक पहुंचने का वादा करती है।''
जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन के विषय में
जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन एक स्वतंत्र ट्रस्ट है जो जेएसडब्ल्यू ग्रुप के सामाजिक विकास वाले कार्यक्रमों की देखरेख करता है। श्रीमती संगीता जिंदल की अध्यक्षता में फाउंडेशन, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, आजीविका, खेलकूद, कला, संस्कृति, और धरोहर के क्षेत्रों में कार्य करता है। पूरे भारत में समुदायों का जनजीवन बेहतर बनाने की दिशा में जेएसडब्ल्यू फाउंडेशन अनवरत प्रयासरत है।
स्टेम लर्निंग प्रा. लि. के विषय में
स्टेम लर्निंग प्रा. लि., भारत में स्कूलों में मिनी साइंस सेंटर स्थापित करने की दिशा में अग्रणी कंपनी है। स्टेम लर्निंग ने भारत में एसएससी, सीबीएससी, व आईसीईएस बोर्डों के कक्षा 5 से लेकर कक्षा 10 तक के विद्यार्थियों के लिए जाने-माने वैज्ञानिकों और शिक्षाविदों की सहायता से मिनी साइंस सेंटर विकसित किए हैं। ये मिनी साइंस सेंटर, एमएससीईआरटी (महाराष्ट्र शिक्षा बोर्ड) द्वारा अनुमोदित हैं। स्टेम लर्निंग ने भारत में ग्रामीण व शहरी, निजी व सरकारी 250 से अधिक स्कूलों में मिनी साइंस सेंटर स्थापित किए हैं।
स्टेम लर्निंग प्रा. लि. की शुरूआत 2011 में हुई थी। महाराष्ट्र के कई जिलों में 40 मेगा साइंस सेंटर स्थापित करने के बाद, स्टेम लर्निंग ने मिनी साइंस सेंटर को लांच करने का फैसला किया, जिसके तहत स्कूलों में गतिविधि आधारित पढाई को बढ़ावा देने के लिए विज्ञान और गणित के टेबल टॉप वर्किंग मॉडल शामिल हैं। स्टेम लर्निंग प्रा. लि. शिक्षकों को प्रशिक्षण, तथा समय-समय पर मूल्यांकन का मॉडल उपलब्ध कराती है। प्रशिक्षण के लिए ये मॉड्यूल, हिन्दी, अंग्रेजी और स्थानीय भाषाओं में उपलब्ध हैं।
मीडिया संपर्क:
सुशांत गायकवाड़,
[email protected],
+91-9820066022,
Marketing Head,
स्टेम लर्निंग प्रा. लि.
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