डीबीएस बैंक इंडिया को एशियामनी द्वारा 'इंडिया'ज बेस्ट इंटरनेशनल बैंक 2021' के रूप में सम्मानित किया गया
मुंबई, भारत, 7 अप्रैल 2021 /PRNewswire/ -- डीबीएस बैंक इंडिया ने घोषणा की कि इसे दुनिया के बैंकिंग एवं वित्तीय बाजारों के प्रमुख प्राधिकरण, यूरोमनी इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर ग्रुप के वित्ती प्रकाशन, एशियामनी द्वारा 'भारत के सर्वश्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय बैंक' (India's Best International Bank) के रूप में नामित किया गया है।
एशियामनी 'बेस्ट बैंक अवार्ड्स' का उद्देश्य उन बैंकों की पहचान करना है जिनका पिछले 12 महीनों में कई प्रमुख बैंकिंग गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा है। डीबीएस को देश में इसके संचालन, सेवाओं जैसे कि नकद प्रबंधन, ट्रेड फाइनेंस एवं फॉरेन एक्सचेंज की मजबूती; इसके पूंजी बाजार व्यापार और एम एंड ए / सलाहकार शासनादेश एवं सीमा पार व्यापार की सुविधा के आधार पर 'भारत का सर्वश्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय बैंक' (India's Best International Bank) चुना गया।
एशियामनी की ओर से जारी आधिकारिक घोषणा में कहा गया, "डीबीएस बैंक की इसके छ: प्रमुख बाजारों - जिसमें सिंगापुर का इसका घरेलू आधार भी शामिल है - में से एक यानी कि भारत के प्रति दीर्घकालिक प्रतिबद्धता, 1994 में देश में पहली शॉप स्थापित करने के बाद से लेकर अब तक अटल रही है। इसके विपरीत, यह हाल के वर्षों में मजबूत ही हुई है।"
डीबीएस बैंक 26 वर्षों से भारत में मौजूद है। अपने छोटे एवं मध्यम आकार के उद्यमीय व्यवसाय एवं उपभोक्ता ऋण के संचालन को लगातार मजबूत बनाते हुए और पूर्ण-सेवा बैंक बन गया है। इसके अलावा, इसने अपनी स्थानीय पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड (डीबीआईएल) की स्थापना और लक्ष्मी विलास बैंक के हाल के अधिग्रहण के साथ भारत के प्रति दीर्घकालिक प्रतिबद्धता दिखाई है। नवंबर 2020 में डीबीआईएल में लक्ष्मी विलास बैंक के विलय ने देश में बैंक की भौतिक उपस्थिति को मजबूत किया। डीबीएस के पास अब भारत के 19 राज्यों में लगभग 600 शाखाओं का नेटवर्क है।
बैंक ने अपने भारत फ्रेंचाइजी के लिए मजबूत बिजनेस फंडामेंटल्स एवं विकास प्रदर्शित किया है। 31 मार्च, 2020 को समाप्त वित्त वर्ष में, शुद्ध राजस्व 24% की वर्ष-दर-वर्ष की वृद्धि के साथ 14.4 बिलियन रु. हो गया, जबकि शुद्ध लाभ छह गुना बढ़कर 1 बिलियन रु. हो गया। जमा में 5% और शुद्ध अग्रिम में 6% की वृद्धि हुई।
डीबीएस, भविष्य की बैंकिंग को आकार देते हुए लगातार आगे बढ़ रहा है। यह संपूर्ण रूप से डिजिटाइज्ड समाधान उपलब्ध कराता है ताकि ग्राहक के रोजमर्रा के जीवन में बैंकिंग सहजतापूर्वक शामिल हो सके। इसने 2016 में भारत के पहले, मोबाइल-ओनली बैंक के रूप में डिजीबैंक शुरू किया और इसके लॉन्च के बाद से यह लगभग 1 मिलियन बचत खातों का अधिग्रहण कर चुका है। बैंक ने ऐसे समाधान डिजाइन किये हैं जिनसे ग्राहकों के बैंकिंग जीवन चक्र की आवश्यकताएं पूरी की जा सके और इसने व्यस्त कारोबारियों के लिए बैंकिंग को सरल बनाया है।
न्यूयॉर्क स्थित व्यापारिक प्रकाशन, ग्लोबल फाइनेंस द्वारा लगातार 12वें वर्ष डीबीएस को 'एशिया के सबसे सुरक्षित बैंक' के रूप में नामित किया गया। यह वर्ष 2020 में ग्लोबल फाइनेंस के 'बेस्ट बैंक इन द वर्ल्ड' की सूची में भी शामिल था, जिसके साथ डीबीएस को लगातार तीसरे वर्ष ग्लोबल बेस्ट बैंक सम्मान से सम्मानित होने का सौभाग्य मिला। पिछले साल, डीबीएस बैंक को फोर्ब्स द्वारा भारत में 'विश्व के सर्वश्रेष्ठ बैंक' के रूप में मान्यता दी गई थी। 2019 में प्रमुख वित्तीय प्रकाशन यूरोमनी द्वारा इसे 'विश्व का सर्वश्रेष्ठ बैंक' भी नामित किया गया था। एशियामनी, एशिया-प्रशांत क्षेत्र के छ: बाजारों में पूरे वर्ष के दौरान गहन रिपोर्ट और बैंकिंग पुरस्कार प्रदान करता है। पुरस्कार प्रस्तुतियों का विवेचन और मूल्यांकन, यूरोमनी के संपादक की अध्यक्षता में वरिष्ठ पत्रकारों की एक टीम द्वारा किया जाता है, जिसमें प्रकाशन की संपादकीय समिति के अनुसंधान की मदद ली जाती है। एशियामनी के वरिष्ठ संपादक प्रमुख बैंकरों के साक्षात्कार भी लेते हैं और बैंकिंग वातावरण का आकलन करने के लिए प्रतिक्रिया एकत्र करते हैं
एशियामनी की आधिकारिक घोषणा का लिंक:
डीबीएस के विषय में
डीबीएस, एशिया का एक अग्रणी वित्तीय सेवा समूह है, जिसकी 18 बाजारों में मौजूदगी है। डीबीएस को इसकी अग्रणी स्थिति के लिए दुनिया भर में सम्मानित किया गया है। इसे यूरोमनी द्वारा ''दुनिया सर्वश्रेष्ठ बैंक", द बैंकर द्वारा "ग्लोबल बैंक ऑफ द ईयर" और ग्लोबल फाइनेंस द्वारा "दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बैंक" के रूप में नामित किया गया है। डीबीएस को फोर्ब्स द्वारा वर्ष 2020 में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बैंकों की जारी की गयी सूची में भारत के नं.1 बैंक की रैंकिंग भी दी गयी।
डीबीएस बैंक, भारत में 26 वर्षों से मौजूद है। इसने वर्ष 1994 में मुंबई में अपना पहला कार्यालय खोला था। डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड भारत में मौजूद उन बड़े विदेशी बैंकों में से एक है जिसने एक प्रमुख वैश्विक बैंक के पूर्ण स्वामित्व वाले एवं स्थानीय रूप से शुरू किये गये अनुषंगी के रूप में अपना कामकाज आरंभ किया। डीबीएस भारत में बड़े, मझोले एवं छोटे उद्यमों तथा व्यक्तिगत ग्राहकों को संपूर्ण बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराता है। वर्ष 2016 में, डीबीएस ने भारत का पहला, मोबाइल-ओनली बैंक - डिजिबैंक शुरू किया था, जिसमें अब ~1 मिलियन बचत खाते हैं। नवंबर 2020 में, लक्ष्मी विलास बैंक का डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड में विलय हुआ। अब भारत के 19 राज्यों में बैंक की लगभग 600 शाखाओं का नेटवर्क है।
डीबीएस, उपभोक्ता, एसएमई और कॉर्पोरेट बैंकिंग में सेवाओं की पूरी श्रृंखला प्रदान करता है। एशिया में जन्मे और विकसित हुए बैंक के रूप में, डीबीएस क्षेत्र के सबसे गतिशील बाजारों में व्यवसाय करने की बारीकियों को समझता है। डीबीएस ग्राहकों के साथ स्थायी संबंध बनाने और सामाजिक उद्यमों के समर्थन के माध्यम से समुदायों में सकारात्मक रूप से प्रभावित करने के लिए प्रतिबद्ध है, क्योंकि यह एशियाई तौर-तरीकों वाला बैंक है। इसने सिंगापुर और एशिया में अपने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्स प्रयासों को मजबूत करने के लिए 50 मिलियन सिंगापुर डॉलर का फाउंडेशन तैयार किया है।
एशिया में संचालन के अपने व्यापक नेटवर्क और अपने कर्मचारियों को सशक्त बनाने पर जोर देने के साथ, डीबीएस रोमांचक कॅरियर के अवसर उपलब्ध कराता है। बैंक अपने 40 से अधिक राष्ट्रीयताओं वाले 30,000 से अधिक कर्मचारियों में जुनून, वचनबद्धता और कुछ कर गुजरने की भावना को बढ़ावा देता है। अधिक जानकारी के लिए, कृपया वेबसाइट पर जाएं www.dbs.com.
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