मानवता की सेवा के उद्देश्य से एनआईडी फाउंडेशन ने 646वीं गुरु रविदास जयंती पर वाराणसी में रक्तदान शिविर का किया आयोजन
स्वयंसेवकों ने किया 300 यूनिट रक्तदान ; एनआईडी फाउंडेशन देश में बढ़ती खून की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए चलाएगी मुहिम
चंडीगढ़, भारत, 6 फरवरी, 2023 /PRNewswire/ -- एन. आई. डी फाउंडेशन ने वाराणसी के श्री गुरु रविदास जन्म स्थान पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के सहयोग से गुरु रविदास जी की 646 वीं जयंती के अवसर पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया। इस रक्तदान शिविर का आयोजन वाराणसी में गुरु रविदास जी की जन्मस्थली सीर गोवर्धनपुर की प्राचीर पर किया गया था। शिविर का उद्घाटन श्री गुरु रविदास जन्म स्थान पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष व डेरा सचखंड बल्लां के प्रमुख, संत निरंजन दास जी व एनआईडी फाउंडेशन के संस्थापक तथा चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के चांसलर सतनाम सिंह संधू द्वारा किया गया। रक्तदान शिविर में, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के चिकित्सा विज्ञान संस्थान, सर सुंदरलाल अस्पताल और पंडित दीन दयाल उपाध्याय सरकारी अस्पताल वाराणसी के ब्लड बैंक की टीम ने, डॉ वीरेंद्र कुमार सिंह और डॉ संदीप कुमार के नेतृत्व में भाग लिया। हर साल दुनिया भर से संगत श्री गुरु रविदास की जयंती मनाने के लिए सीर गोवर्धनपुर आती है। संत रविदास जी को 'शिरोमणि संत' भी कहा जाता है।
शिविर में सभा को संबोधित करते हुए एन.आई.डी फाउंडेशन के संस्थापक सतनाम सिंह संधू ने कहा, "गुरु रविदास जी ने समाज के गरीब और वंचित वर्गों के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। गुरुजी ने कई सामाजिक बाधाओं के बावजूद , मानव जाति को आध्यात्मिक मार्ग चुनने और एक साधारण जीवन जीने का संदेश दिया और यह मानव जाति के लिए एक मार्गदर्शक सिद्धांत बना। हमारे माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गुरु रविदास जी की शिक्षाओं के प्रति श्रद्धा व सम्मान का प्रगटावा किया है। प्रधान मंत्री ने सीर गोवर्धनपुर के विकास और सौंदर्यीकरण के लिए 50 करोड़ रुपये की घोषणा की है और इसके तहत अब तक कई परियोजनाएं पूरी भी हो चुकी हैं।"
संधू ने कहा कि, "एनआईडी फाउंडेशन रक्तदान पर जागरूकता पैदा करने पर काम करेगा ताकि पूरे देश में जरूरतमंदों को रक्त की कमी को दूर किया जा सके।"
इस अवसर पर बोलते हुए डेरा सचखंड बल्लां के प्रमुख संत निरंजन दास जी ने कहा, "हम आज संत रविदास जी की जयंती के उत्सव पर, भक्ति आंदोलन में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें भक्ति गीतों, कविताओं तथा आध्यात्मिक शिक्षाओं के माध्यम से सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। जन्म स्थान मंदिर के विस्तारीकरण के लिए, हमारे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने कई पहलें की हैं और कई परियोजनाओं की घोषणा की है। संत रविदास जन्मस्थान विकास परियोजना के प्रारंभिक कार्यों में से, मंदिर के पास लंगर हॉल, शौचालय ब्लॉक और पार्क बन कर तैयार हो चुके हैं। 4.5 करोड़ रुपये की लागत से बने इस पार्क में गुरु रविदास जी की 25 फीट ऊँची कांस्य से बनी प्रतिमा, कंसर्टिना वायर्ड बाउंड्री, मार्ग, फव्वारे, शौचालय ब्लॉक, खेल का मैदान, खुला व्यायामशाला, पार्किंग जोन और आकर्षक लैंडस्केपिंग बनाए गए हैं।
सर सुंदरलाल अस्पताल, आई.एम.एस, बी.एच.यू के डॉ संदीप कुमार ने इस मौके पर बात करते हुए कहा, "भारत एक ऐसा देश है जहाँ सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएँ होती हैं और हर साल लगभग 30,000 लोग वक्त पर ब्लड ना मिल पाने के कारण मर जाते हैं। ऐसे में रक्त दान शिविरों का महत्व बढ़ जाता है, जहां युवा आगे आकर जरूरतमंदों की मदद कर सकते हैं। और मुझे यह बताते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि एन. आई. डी फाउंडेशन द्वारा लगाए गए आज के इस रक्तदान शिवर में देश भर से आए लोगों ने बढ़-चढ़ कर अपना योगदान दिया है और 300 युनिट रक्त दान करके इस शिवर को सफल बनाया है"।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के बारे में
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी एक NAAC A+ ग्रेड यूनिवर्सिटी है, जो यूजीसी द्वारा मान्यताप्राप्त स्वायत्त शैक्षणिक संस्थान है तथा पंजाब राज्य में चंडीगढ़ के पास स्थित है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी भारत की सबसे यंगेस्ट तथा पंजाब की एकमात्र प्राइवेट यूनिवर्सिटी है, जिसे NAAC (राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद) द्वारा A+ ग्रेड से सम्मानित किया गया है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, फार्मेसी, लॉ, आर्किटेक्चर, जर्नालिज्म, एनीमेशन, होटल मैनेजमेंट, कॉमर्स जैसे विभिन्न क्षेत्रों में 109 से अधिक अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम प्रदान करती है। सर्वश्रेष्ठ प्लेसमेंट रिकॉर्ड के लिए यूनिवर्सिटी को वर्ल्ड कंसल्टिंग एंड रिसर्च कारपोरेशन (डब्ल्यूसीआरसी) द्वारा ''यूनिवर्सिटी विद बेस्ट प्लेसमेंट'' के खिताब से सम्मानित किया गया है।
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